नई दिल्ली। राज्यसभा में बिल पास होने के बाद पीड़िताओं मुस्लिम महिलाओं ने जश्न मनाया और पीड़ित मुस्लिम महिलाओं ने कहा, जिंदगी में आया नया सवेरा इसके लिए हम देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का शुक्रिय अदा करते है। क्योंकि उनके वजह से हम आज ‘‘सशक्त’’ महसूस कर रही हैं।
ये भी पढ़ें :-राज्यसभा में तीन तलाक बिल पास होते ही मुस्लिम महिलाओं ने मनाया जश्न
आपको बता दें प्रधानमंत्री ने अपने कई ट्वीट के जरिए विधेयक के पारित होने को नारी की जीत बताते हुए कहा कि इससे समाज में समानता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के प्रति ऐतिहासिक रूप से चली आ रही गलती में सुधार कर लिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे आदिम और मध्य कालीन प्रथा को इतिहास के कूड़ेदान में डाल दिया गया है।
ये भी पढ़ें :-बर्थडे स्पेशल: देश की पहली महिला विधायक को Google ने Doodle बनाकर किया याद
जानकारी के मुताबिक पीएम ने आगे कहा उन मुस्लिम महिलाओं के अनोखे साहस को नमन करने का अवसर है जिन्होंने तीन तलाक की वजह से बहुत अन्याय झेले हैं। इस विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद एक बार में तीन तलाक की प्रथा निष्क्रिय और अवैध होने के साथ संज्ञेय अपराध बन जाएगी। विधेयक के अंतर्गत पीडित मुस्लिम महिलाओं और उनपर निर्भर बच्चों के लिए भत्ता दिए जाने का प्रावधान भी है। जिस विवाहिता मुस्लिम महिला को तलाक दिया जाता है, अगर वह मजिस्ट्रेट से मुकदमा वापस लेने का अनुरोध करती है और मजिस्ट्रेट उसे स्वीकृति दे देता है तो मुकदमा वापस लिया जा सकता है।