आपके किचन में रखीं ये चींजे आपके बढ़ते हुए शुगर को करेंगी कंट्रोल

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स्वास्थ्य डेस्क.  हाई ब्लड शुगर लेवल को हम सभी डायबिटीज या मधुमेह के नाम से जानते है. डायबिटीज ज्यादातर वंशानुगत और जीवनशैली बिगड़ी होने के कारण होता है. वंशानुगत डायबिटीज को टाइप-1 और अनियमित जीवनशैली की वजह से होने वाले डायबिटीज को टाइप-2 कहा जाता है. पहले यह वयस्कों में ही होती थी लेकिन आज कल ये बिमारी बच्चों तक में देखने को मिल रही है. यह रोग महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक होता है. अगर वक़्त रहते इस बिमारी का इलाज न किया जाए तो डायबिटीज कई दूसरी गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकता है.

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डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए हमेशा दवाओं पर निर्भर रहने की जरूरत नही होती. आप अपनी जीवनशैली और डाइट में बदलाव लाकर आसानी से इसे कंट्रोल कर सकते है. जिन चीजों का ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम हो, फाइबर और प्रोटीन ज्यादा हो, उनका सेवन करना चाहिए. आइए जानते हैं ब्लड शुगर कंट्रोल करने के पांच आसान से टिप्स-

1. डायबिटीज के रोग में तुलसी काफी लाभकारी साबित हो सकता है इसलिए डायाबीटीज के स्तर को कम करने के लिए रोज दो से तीन तुलसी के पत्ते खाली पेट लें या इसका जूस पिए. तुलसी के पत्तों में एन्टीऑक्‍सीडेंट व बाकी जरूरी तत्व मौजूद होते हैं, जिनसे इजिनॉल, मेथिल इजिनॉल और कैरियोफ़ैलिन बनते हैं. ये सारे तत्व मिलकर इन्सुलिन जमा करने वाली और छोड़ने वाली कोशिकाओं को ठीक से काम करने में मदद करते हैं.

2.सुबह की शुरुआत मेथी पानी के साथ करें. मेथी के दाने रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में डालकर रख दें, सुबह उसे खाली पेट पिए और साथ में मैथी के दाने चबाएं. मेथी के बीज में घुलनशील फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो शुगर को सोखने की रफ्तार धीमी करता है. ये आपके शरीर से विषैले पदार्थों को निकालने में भी मदद करता है.

3. एलोवेरा में एंटीडायबिटिक गुण मौजूद होता है इसलिए एलोवेरा का उपयोग शुगर में लाभकारी हो सकता है. हर रोज दिन में एक से दो बार बिना चीनी के एलोवेरा जूस का सेवन करें.  साथ ही यह प्रीडाइबिटीज मरीजों के लिए भी एलोवेरा का सेवन लाभकारी हो सकता है.

4. शोध के अनुसार अलसी में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसके कारण यह फैट और शुगर का उचित अवशोषण करने में सहायक होता है. अलसी के बीज डाइबीटीज़ के मरीज़ की भोजन के बाद की शुगर को लगभग 28 प्रतिशत तक कम कर देते हैं.  प्रतिदिन सुबह खाली पेट अलसी का चूर्ण गरम पानी के साथ लेने से डायबीटीज को कम किया जा सकता है.

5. आपके दिमाग को कम करने के साथ बादाम आपके डायबीटीज को कंट्रोल करने में भी सहायक होते है. भीगे हुए बादाम खाने से भी हेल्दी फैट और अच्छी गुणवत्ता की प्रोटीन मिलती है. भीगे हुए बादाम इसलिए ज्यादा बेहतर हैं क्योंकि इसके छिलके में टैनिन पाया जाता है जो पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा बनता है. बादाम का छिलका हटने से पोषक तत्वों और एंटी ऑक्सीडेंट को शरीर ज्यादा बढ़िया तरीके से अवशोषण कर लेता है. इसलिए रात भर बादाम भिगो दे और सुबह छिलके उतारकर उसका सेवन करे.

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