जयपुर। आज के समय में महिलाएं क्या कुछ नहीं कर दिखा रही है। घर से लेकर बाहर तक ये महिलाएं अपने नाम का परचम लहरा रही है। महिलाओं की इसी शक्ति का जयपुर भी एक जीता-जागता उदाहरण है। जहां एक मेट्रो स्टेशन, जहां सारा स्टाफ महिलाओं का है। यात्रियों की निगरानी और देख-रेख से लेकर स्टेशन का रख रखाव, टिकट बेचना और सुरक्षा मुहैय्या करवाना, ये सब कुछ महिलाएं ही संभालती हैं।
जयपुर मेट्रो के श्याम नगर स्टेशन पर हर पद पर महिलाओं ने कार्यभार संभाल रखा है। इन सबकी इन-चार्ज नेहा हैं। नेहा का कहना है कि उन्हें यहां काम करना बहुत पसंद है। वो कहती हैं कि पूरा स्टाफ फीमेल होने के कारण उनके साथ समन्वय बिठाना मुश्किल नहीं होता। महिलाएं टैलेंटेड हैं इसलिए वो सब कुछ कर सकती हैं।
कोरोना वायरस: केजरीवाल का बड़ा फैसला, खत्म हो सकता है शाहीन बाग का धरना
नेहा उन लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर काम करती है रक्षा राठौर, जो कस्टमर रिलेशंस की असिसस्टंट हैं। राठौर कहती हैं कि महिलाओं को पीछे नहीं हटना चाहिए, उनको आगे बढ़ते रहना चाहिए, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यहां महिलाएं सिर्फ बैठकर काम करती हुईं दिखती हैं बल्कि वो फील्ड पर भी काम करती देखी जा सकती हैं।
ट्रेन भी चलाती हैं महिलाएं
जयपुर मेट्रो में काफी महिलाएं ट्रेन भी चलाती हैं। मोनिका मित्तल मेट्रो में ड्राइवर हैं। उन्होंने कहा कि परिवार के सहयोग से ही वो आगे बढ़ पाई हैं। वो कहती हैं कि पापा ने तो आकर उनका फॉर्म भी भरवाया था। मुझे बहुत अच्छा लगता है कि मैं सबसे कुछ अलग कर रही हूं।
23 ड्राइवर में से कुल 6 महिलाएं
जयपुर मेट्रो में कुल 23 ड्राइवर हैं, इनमें से 6 महिलाएं हैं और ये कोई संयोग नहीं कि यहां पूरा मेट्रो स्टेशन महिलाएं चलाती हैं। जयपुर मेट्रो का नीतिगत निर्णय है कि वो ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को मौका दे। 30 प्रतिशत महिला आरक्षण को लेकर वो ज्यादा से ज्यादा पद पर महिलाओं की भर्ती करवाते हैं।