नई दिल्ली। कोरोना वायरस जहां पूरी दुनिया में तबाही मचाए हुए हैं तो वही स्कॉटलैंड की एक महिला साइंटिस्ट इस जानलेवा वायरस से लोगों को बचाने के लिए दिन-रात लगातार काम कर रही है।
द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रात को इस समय सिर्फ दो घंटे सो रही हैं डॉ. केट ब्रॉडरिक
स्कॉटलैंड की रहने वाली डॉ. केट ब्रॉडरिक कोरोना से बचाव की वैक्सीन का आविष्कार करने की कोशिश कर रही हैं। इस खोज के लिए वह अपनी दिनचर्या को भी ताख पर रख दी है। अपनी स्वास्थ्य को दांव पर लगाकर वह दिन रात अपने शोध में जुटी हुई हैं। द टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रॉडरिक रात को इस समय सिर्फ दो घंटे सो रही हैं।
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चूहे और सुअर पर कोरोना की वैक्सीन टेस्ट कर रही हैं
बता दें कि केट ब्रॉडरिक बीते 20 सालों से खतरनाक बीमारियों से बचाव के लिए वैक्सीन तैयार करने का काम कर रही हैं। इससे पहले उनको इबोला, जीका जैसी बीमारियों को रोकने के लिए दवा बनाने में सफलता भी मिली चुकी है। डॉ. ब्रॉडरिक ने कहा कि उन्हें लगता है कि उन पर ये जिम्मेदारी आ गई है कि वह दुनिया को सुरक्षित बचाने के लिए ये काम जल्द पूरा करें। फिलहाल वह चूहे और सुअर पर वैक्सीन टेस्ट कर रही हैं।
चीनी अधिकारियों ने कोरोना वायरस का जेनेटिक कोड जारी किया, डॉ. ब्रॉडरिक ने तीन घंटे के भीतर वैक्सीन तैयार कर ली
ब्रॉडरिक ने कहा कि वह सारी जिंदगी बदलाव लाने के लिए काम करती रही हैं। उन्होंने कहा कि अब किसी भी शर्त पर कोरोना वायरस से बचने के लिए वैक्सीन तैयार करेंगी। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के साथ काम करने वालीं डॉ. ब्रॉडरिक के पास रिसर्च के लिए एक टीम है। दो बच्चों की मां डॉ. ब्रॉडरिक ने बताया कि जब वह छुट्टियां बिता रही थीं। तभी उन्हें चीन के वुहान में कोरोना वायरस के फैलने की जानकारी मिली। जैसे ही चीनी अधिकारियों ने कोरोना वायरस का जेनेटिक कोड जारी किया, डॉ. ब्रॉडरिक ने तीन घंटे के भीतर वैक्सीन तैयार कर ली है।
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उन्होंने कहा कि वैक्सीन डिजाइन के अगले ही दिन उसे तैयार करने के लिए फैक्ट्री में भेज दिया गया। डॉ. ब्रॉडरिक की टीम को बिल गेट्स समर्थित एक संस्था से फंड भी मिल चुका है।