बेंगलुरू: भारत की दूसरी सबसे बड़ी IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने रूस (Russia) में अपना कार्यालय बंद कर दिया है। सार्वजनिक सेवा प्रसारक ने शुक्रवार को इसकी सूचना दी। विकास यूके के चांसलर ऑफ द एक्सचेकर ऋषि सनक (Rishi Sunak) द्वारा निर्देशित आलोचना के बाद उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति की बेंगलुरु (Bangalore) स्थित फर्म में उनके पिता एनआर नारायण मूर्ति द्वारा सह-स्थापना की गई थी।
विदेशी मीडिया ने बताया कि कंपनी मास्को में कार्यरत कर्मचारियों के लिए विदेश में प्रतिस्थापन भूमिकाएं खोजने की कोशिश कर रही थी।” ब्रिटिश मीडिया ने कंपनी के सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद व ब्रिटेन के चांसलर ऋषि सनक पर व्लादिमीर पुतिन के शासन से मुनाफाखोरी का आरोप लगाया है। इंफोसिस अपने मास्को स्थित कर्मचारियों को दूसरे जगह काम तलाशने के लिए कहा है।
इसके साथ इंफोसिस रूस से बाहर निकलने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी बन जाएगी। इंफोसिस के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं की। सनक को पहली बार एक मीडिया साक्षात्कार में इंफोसिस के साथ अपने परिवार के संबंधों के बारे में चुनौती दी गई थी, जिसमें मूर्ति की 0.91% हिस्सेदारी है।
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इससे पहले इंफोसिस ने स्थानीय उद्यमों के साथ किसी भी सक्रिय व्यावसायिक संबंध होने से इनकार किया, और कहा कि कंपनी ने यूक्रेन में युद्ध के पीड़ितों के लिए राहत के लिए $ 1 मिलियन का वादा किया था।