नई दिल्ली। चंडीगढ़ की प्राइड ऑफ सिटी वेटर्न एथलीट मान कौर की 103 साल की उम्र हो गई, लेकिन वह कभी न तो रुकती है और न कभी थकती है। इनके जीने का जुनून और फिटनेस देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
हम बात कर रहे हैं प्राइड ऑफ सिटी वेटर्न एथलीट मान कौर की। यह कहती हैं कि जित्तण दा जज्बा होणा चाहिदा, उम्र पाहवें कोई वी होवे, कोई फरक नीं पैंदा… जी हां। 103 साल की उम्र में भी मान कौर ने मलयेशिया में आयोजित 21वीं एशिया मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4 गोल्ड मेडल जीतकर यह दिखा दिया है कि इस उम्र में भी वह खेल के प्रति कितनी समर्पित हैं। उन्होंने 4 गोल्ड मेडल 100 मीटर रेस, 200 मीटर रेस, जेवलिन थ्रो, शॅाटपुट में जीते हैं।
मान कौर के 81 साल के बेटे गुरदेव सिंह ने 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में दो सिल्वर मेडल जीते
वहीं मान कौर के 81 साल के बेटे गुरदेव सिंह ने 100 मीटर और 200 मीटर की रेस में दो सिल्वर मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है। मान कौर चंडीगढ़ और देश की शान हैं। जीवन का एक शतक पूरा करने के बाद भी वह कभी नहीं रुकती हैं। इस उम्र में भी वह मास्टर्स गेम्स में निरंतर हिस्सा लेते हुए मेडल बटोर रहीं हैं। उनकी इन उपलिब्ध्यों के चलते देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस साल अगस्त में फिट इंडिया कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित कर चुके हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री भी खुद उनकी फिटनेस को देखकर हैरान हुए थे।
मान कौर का एथलेटिक्स के प्रति रुझान वर्ष 2009 में शुरू जो अभी भी है जारी…
मान कौर का एथलेटिक्स के प्रति रुझान वर्ष 2009 में शुरू हुआ था, जब उनका बेटा गुरदेव सिंह रोजाना पंजाब यूनिवर्सिटी में दौड़ लगाने जाता था। वह भी अपने बेटे के साथ वहां पर जाने लगीं। मान कौर ने बताया कि युवाओं को ग्राउंड में दौड़ते देखकर इन्हें यह ख्याल आया कि मुझे भी दौड़ना चाहिए। इसके बाद रोजाना थोड़ा-थोड़ा दौड़ने लगीं। उनकी अच्छी रनिंग देखकर बेटे ने उन्हें मास्टर एथलीट टूर्नामेंट में खेलने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2010 में पहली बार नेशनल एथलीट में हिस्सा लिया और इसके बाद 100 और 400 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीता है। इसके बाद से उनका हौंसला और ज्यादा बढ़ गया और इसके बाद से उनकी दौड़ का यह सिलसिला अभी तक लगातार जारी है।
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मान कौर के योग और सैर फिटनेस का जानें राज
मान कौर के 81 साल के बेटे गुरदेव सिंह बताते हैं कि वह अपनी मां के साथ देश और विदेशों में होने वाली मास्टर्स एथलीट प्रतियोगिताओं में नियमित रूप से हिस्सा लेते आ रहे हैं। उनकी 63 साल की बेटी अमृत कौर बताती हैं कि अपनी मां को इस उम्र में इतना फिट देखते हुए पूरा परिवार उनसे प्रेरणा लेता है। हमने कितनी ही लड़कियों को उनसे फिटनेस के टिप्स लेते हुए देखा है। उन्होंने बताया कि मेरी मां सबसे यही कहती हैं कि नियमित रूप से सैर और योग ही खुद को सेहतमंद रखने के टिप्स हैं।
पति भी 102 साल पूरे करके दुनिया से विदा हो गए
मान कौर के पति रणजीत सिंह 102 साल के थे, जब इस दुनिया से विदा हो गए हैं। दोनों एक साथ कई किलोमीटर तक वॉक करते थे। वह बताती हैं कि उनके साथ की उम्र के लोग अब शायद दुनिया में कुछ ही बचे होंगे। लंबी उम्र पर उन्होंने कहा कि यह सब परमेश्वर की कृपा है। हालांकि अपने खान-पान को लेकर वह हमेशा सजग रहती हैं। मान कौर ने 30 साल से भी ज्यादा हो गए हैं, तला हुआ खाना नहीं खाया है। जब आप खेल से जुड़ जाते हैं तो बीमारियां आपके पास भी नहीं फटक सकतीं। साधारण खाना ही लेती हूं। कितनी ही बार तो मैं खुद ही अपने लिए खाना बनाकर खाती हूं। आज भी मुझे कुकिंग करना अच्छा लगता है। मैं कभी खाली नहीं बैठ सकती।
मान कौर का युवाओं को संदेश
मान कौर हमेशा से देश के युवाओं को संदेश देती हैं कि भले ही आप कितने ही व्यस्त क्यों न हों, एक्सरसाइज के लिए वक्त जरूर निकालें। जंक फूड से तौबा करें। नशों से नाता तोड़ें, खेलों से जीवन को जोड़ें। क्योंकि शरीर स्वस्थ रहेगा तो दिमाग भी स्वस्थ रहेगा। सादा जीवन, उच्च विचार की जीवन शैली को अपनाएं और लंबी उम्र तक जिएं।