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प्रदेश को बुआ- बबुआ नहीं बाबा चाहिए : राजनाथ

Rajnath Singh

Rajnath Singh

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शनिवार को आतंकवादियों और सीमा पर तनाव बढ़ाने वाले दुश्मन देश को जौनपुर की धरती से कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हम किसी को छेड़ेंगे नहीं, लेकिन यदि कोई छेड़ेगा तो उसे छोड़ेंगे भी नहीं। आज भारत के अंदर यह ताकत है कि इस पार ही नहीं हम उस पार भी जाकर आतंकवाद का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

रक्षामंत्री जौनपुर के टीडी कालेज में शनिवार को आयोजित भाजपा काशी क्षेत्र के बूथ अध्यक्षों के सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेकर कहा कि कभी आतंकवाद पर कड़ा कदम नहीं उठाया। 2008 में मुम्बई में हुए आतंकी हमले के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन मोदी सरकार में आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब सीमा के इस पार से लेकर उस पार तक दिया जा रहा है। रक्षामंत्री ने कहा कि आज हमने सेना के हाथों को खोल दिया है।

भारत की आन, बान व शान पर आंच नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार क़ो काबू करने की नीयत सिर्फ भाजपा की है, गुंडे-माफियाओं में दहशत फैल गई है। उन्होंने कहा कि बिना कानून व्यवस्था चुस्त किए देश का विकास नहीं नहीं किए जा सकते। उन्होंने कहा कि कहा कि आप लोगों के दम पर आज भाजपा भारत की नहीं पूरी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है।

रक्षामंत्री ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि भाजपा यूपी में 300 से अधिक सीट जीतेगी। अयोध्या में मंदिर निर्माण का उल्लेख कर कहा कि भव्य राम मंदिर बन रहा हैं व 370 हटाकर हमने अपने इरादे साफ कर दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय मंच पर आज भारत कुछ कहता है तो पूरी दुनियाँ उसे सुनती है। उन्होंने कहा कि भारत के ऋषियों व मनीषियों ने विश्व धरा पर रहने वाले सभी क़ो अपना माना। सपा, बसपा को निशाने पर लेकर कहा कि यूपी की जनता बुआ-बबुआ नहीं, बल्कि मजबूत सरकार चाहिए। यह भी कहा कि जिन्ना पाकिस्तान के जनक हो सकते हैं। भारत के जनक कभी नहीं हो सकते। राजनाथ सिंह ने कहा मोदी जी योगी जी आप धड़ाधड़ बैटिंग करते जाइए आपको कोई गिरा नहीं सकता, आपको कोई हिट विकेट भी नहीं कर सकता है। यूपी की जनता कह रही है यूपी में न बबुआ न बुआ चाहिए सिर्फ बाबा (योगी जी) चाहिये।

कोविड के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जो किया है उसकी सराहना वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन कर रहा है। अब जिन्ना कहां से आ गया। कुछ लोग भारत को टुकड़े-टुकड़े करके चाहते हैं। क्या देश को पंथ और मजहब के आधार पर बांटना चाहते हैं। यह देश ऋषियों मनीषियों का है।

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