Judge

ज्ञानवापी मामले में सर्वे का आदेश देने वाले जज को मिला धमकी भरा पत्र

366 0

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी ज्ञानवापी (Gyanvapi) मामले की प्रारंभिक सुनवाई करने वाले न्यायाधीश (Judge) रवि कुमार दिवाकर (Ravi Kumar Diwakar) को अब तक अनजान एक मुस्लिम संगठन की ओर से मंगलवार को धमकी भरा पत्र मिला है। वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर ने इस पत्र के संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव (गृह) को सूचित कर आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। दिवाकर ने हिंदू पक्ष की ओर से दाखिल ज्ञानवापी परिसर में स्थित श्रृंगार गौरी सहित अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन पूजन करने की अनुमति संबंधी अर्जी पर ज्ञानवापी मस्जिद के वीडियोग्राफी सर्वे का आदेश दिया था। सर्वे के बाद उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर यह मामला वाराणसी जिला जज (Judge) को हस्तांतरित कर दिया गया था।

दिवाकर की अदालत में हुयी प्रारंभिक सुनवाई के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद के अंदर वजूखाने में एक कथित शिवलिंग मिलने का दावा किया गया था जिसे इंतजामिया मस्जिद कमेटी ने नकारते हुए कहा था कि यह फव्वारा है। दिवाकर ने पत्र लिखकर राज्य सरकार को बताया कि उन्हें 07 जून काे ‘इस्लामिक आगाज मूवमेंट’ नामक संगठन की ओर से धमकी भरा पत्र मिला है। दिवाकर ने इसे शासन के संज्ञान में लाते हुए इस पर उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।

दिवाकर ने पत्र में बताया कि उक्त संगठन का खुद को अध्यक्ष बताते हुए काशिफ अहमद सिद्दिकी नामक व्यक्ति ने संगठन के लेटर पेड पर हाथ से लिखा पत्र भेजा है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के पते से चार जून को भेजे गये इस पत्र में आरोप लगाया गया है, “वर्तमान विभाजित भारत की घृणा भरी राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक वातावरण में अब न्यायाधीश भी केसरिया भगवा रंग में सराबोर हो चुके हैं। फैसला उग्रवादी हिंदुआें और उनके तमाम संगठनों को प्रसन्न करने के लिये सुनाते हैं और ठीकरा विभाजित भारत के मुसलमानों पर फोड़ते हैं।”

सैफाबाद टकसाल में सिक्का संग्रहालय का उद्घाटन, 13 जून तक फ्री एंट्री

दिवाकर ने पत्र में कहा कि उक्त व्यक्ति ने उन्हें काफिर बुतपरस्त (मूर्तिपूजक) हिंदू न्यायाधीश करार देते हुए लिखा है कि कोई भी काफिर मूर्तिपूजक हिंदू जज से मुसलमान सही फैसले की आशा नहीं कर सकते हैं। पत्र लिखने वाले ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को भी उग्रवादी हिंदू संगठन बताते हुए आरोप लगाया है कि आरएसएस और उसके आनुषंगिक संगठन गुजरात की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में दंगा कराने की साजिश रच रहे हैं।

दिवाकर ने अपर मुख्य सचिव (गृह) को बताया कि ज्ञानवापी मामले से जुड़े मुकदमे, राखी सिंह आदि बनाम उप्र सरकार आदि की सुनवायी उन्हाेंने की है, अत: इस संबंध में उचित कार्रवाई करने का कष्ट करें। इस बीच सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उप्र सरकार ने दिवाकर का पत्र मिलने के बाद उनकी सुरक्षा की समीक्षा प्रारंभ कर दी है। दिवाकर नौ पुलिसकर्मियों का सुरक्षा घेरा पहले ही मुहैया कराया जा चुका है।

हत्या के आरोप में गाय को पुलिस ने किया गिरफ्तार, जानें पूरा मामला

Related Post

yogi

विधानसभा में जो भी कार्य होंगे, उसकी चर्चा देश के अन्य राज्यों में भी होगी : योगी

Posted by - May 23, 2022 0
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi) ने 18वीं विधानसभा के पहले सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण से पूर्व कहा कि…
Maha Kumbh

गंभीर और क्रॉनिक किडनी रोगियों के लिए महाकुम्भ बन रहा जीवनरक्षक

Posted by - February 14, 2025 0
महाकुम्भनगर : महाकुम्भ (Maha Kumbh) में जहां श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं, वहीं योगी सरकार ने उनकी स्वास्थ्य…
CM Yogi

वृहत्तर भारत के कंकड़-कंकड़ में भगवान शंकर: मुख्यमंत्री योगी

Posted by - July 24, 2023 0
गोरखपुर। मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कहा कि वृहत्तर भारत में उत्तर से दक्षिण तथा पूरब से…