हजरतगंज इलाके में स्थित विधानसभा की सुरक्षा में लगे 55 वर्षीय दरोगा निर्मल चौबे ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गुरूवार करीब 3 बजे विधानसभा के गेट नं0 7 की पार्किंग में दरोगा खुन से लथपथ मिला था। घायल की इलाज के दौरान सिविल अस्पताल में मौत हो गई। मृतक की पैंट की जेब से मु यमंत्री को स बोधित सुसाइड नोट मिला है। पुलिस कर्मी द्वारा सोसाइड किए जाने की सूचना पाकर मौके पर पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर समेत तमाम आलाधिकारी भी पहुंचे।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि निर्मल चौबे मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले थे। राजधानी में वह चिनहट इलाके में अपने परिवार के साथ रहते थे। निर्मल चौबे की वर्तमान में बंथरा थाने में तैनाती थी। 1 मार्च को उनकी ड्यूटी विधानसभा सत्र के दौरान लगाई गई थी। गुरूवार को रोजाना की तरह निर्मल चौबे विधानसभा पर ड्यूटी पर पहुंचे थे। दोपहर बाद करीब 3 बजे निर्मल विधान भवन के गेट न बर 7 की पार्किंग में पहुंच गए थे। पार्किंग में निर्मल बैठ गए थे, इसी दौरान उन्होंने अपनी सर्विस रिवाल्वर से खुद के सीने पर सटाकर फायर कर लिया। फायर की आवाज सुनकर सुरक्षा में लगे अन्य पुलिस कर्मी भी पार्किंग में पहुंच गए। गाड़ियों के पास निर्मल खून से लथपथ पड़े हुए थे। पुलिस कर्मियों ने आनन-फानन में निर्मल को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान निर्मल की सांसें थम गईं। सूचना पाकर अस्पताल में जेसीपी लॉ एण्ड आर्डर नवीन अरोड़ा, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर समेत तमाम आलाधिकारी पहुंच गए। घटना स्थल की छानबीन के दौरान पुलिस को निर्मल की सर्विस रिवाल्वर और उनका चश्मा मिला है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हादसे की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है।
सोसाइड नोट में लिखा सीएम जी मेरे बच्चों का याल रखना
पुलिस को जांच पड़ताल के दौरान मृतक की पैंट की जेब से सोसाइड नोट मिला है। सोसाइड नोट मु यमंत्री के नाम स बोधित है। निर्मल ने लिखा वह बीमारी से त्रस्त होकर आत्महत्या कर रहा है। मु यमंत्री योगी आदित्य नाथ के लिए लिखा है कि मरणोपरान्त मेरे बच्चों का याल रखियेगा। निर्मल ने अपनी मौत का जि मेदार खुद को ठहराया है।
बंथरा थाने में थी तैनाती
दरोगा निर्मल चौबे की वर्तमान में तैनाती राजधानी लखनऊ के बंथरा थाने में थी। उन्होंने चिनहट में अपना मकान भी बनवाया था। विधानमंडल के बजट सत्र के चलते उनकी गुरुवार को ड्यूटी विधानसभा के गेट नंबर पर सात पर थी। दरोगा निर्मल चौबे ने दोपहर बाद करीब 3 बजे पार्किंग की तरफ आए और अपनी सरकारी पिस्टल को सीने से सटाकर गोली मार ली।
बीमारी के चलते ली थी 5 माह की छुट्टी
थाना प्रभारी बंथरा ने बताया कि निर्मल चौबे की तबियत अक्सर काफी खराब रहती थी। पिछले वर्ष बीमारी के चलते उन्होंने जनवरी से अप्रैल तक की 5 माह की छुट्टी ली थी। उन्होंने बताया कि रैंकर दरोगा होने के बावजूद भी निर्मल लिखा पढ़ी करने में कमजोर थे। जिसके चलते वह अक्सर अपनी ड्यूटी विधान सभा में लगवा लेते थे। ह ता-दस दिन वह थाने में ड् यूटी करते थे और फिर से ड्यूटी विधान भवन की सुरक्षा में चले जाते थे। विधान सभा सत्र के दौरान उन्हें 1 मार्च को सुरक्षा ड्यूटी के लिए रवाना किया गया था।