नई दिल्ली। कांग्रेस में शामिल होते ही उदित राज ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर बड़ा हमला बोला है। दिल्ली में उदित राज ने कांग्रेस नेताओं के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से जुड़ा एक पुराना किस्सा सुनाते हुए बीजेपी की आलोचना की। उदित राज ने कहा कि बीजेपी चुप रहने वाले दलित नेताओं को पसंद करती है। उन्होंने कहा कि रामनाथ कोविंद को इसी का इनाम मिला है।
उदित राज ने बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए उसकी जमकर आलोचना की
बता दें कि दिल्ली की उत्तर पश्चिम सीट से 2014 में चुनाव जीतने वाले उदित राज एक बार फिर इसी सीट से टिकट की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन बीजेपी ने उनका पत्ता काट मशहूर गायक हंसराज हंस को मौका दिया है। बुधवार को टिकट कटने के बाद उदित राज ने बुधवार को ही कांग्रेस का हाथ थाम लिया और बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए उसकी जमकर आलोचना की।
2 अप्रैल 2018 को दलितों ने कानून कमजोर करने वाले मोदी सरकार के कदम का विरोध करने पर मेरा टिकट कटा
टिकट कटने पर सवाल उठाते हुए उदित राज ने कहा कि बीजेपी टिकट वितरण पर इंटरनल सर्वे का हवाला देती है। पार्टी के इस इंटरनल सर्वे में उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट पर जीत की रिपोर्ट सामने आई, इसके बावजूद मेरा टिकट काटा गया। उदित राज ने आरोप लगाया कि मेरा टिकट इसलिए काटा गया है, क्योंकि 2 अप्रैल 2018 को जब दलितों ने कानून कमजोर करने वाले मोदी सरकार के कदम का विरोध करते हुए भारत बंद बुलाया तो मैंने उसका समर्थन किया। उदित राज ने कहा कि अगर मैं ऐसा न करता और चुप रहता तो मेरा टिकट नहीं काटा जाता?
बीजेपी ने रामनाथ कोविंद को 2014 में टिकट के लायक भी नहीं समझा था, लेकिन वह चुप रहे और उसका इनाम आपने देख लिया
उदित राज ने दावा किया कि बीजेपी व आरएसएस में खामोश रहने पर इनाम मिलता है। उन्होंने रामनाथ कोविंद का उदाहरण देते हुए अपनी बात को रखा। उदित राज ने बताया कि ’20 मई 2014 को रामनाथ कोविंद अपना बायोडाटा लेकर मेरे पास आए। विवेक सोनकर इसके चश्मदीद हैं। कोविंद जी ने मुझसे कहा कि भाईसाहब मेरा भी कुछ कराइए, क्योंकि बीजेपी ने रामनाथ कोविंद को 2014 में टिकट के लायक भी नहीं समझा था,जबकि वह टिकट चाह रहे थे, लेकिन वह चुप रहे और उसका इनाम आपने देख लिया।
अगर मैं भी चुप रहता तो बीजेपी रामनाथ कोविंद की तरह ही मुझे भी कोई इनाम दे देती
उदित राज ने कहा कि अगर मैं भी चुप रहता तो बीजेपी रामनाथ कोविंद की तरह ही मुझे भी कोई इनाम दे देती। उदित राज यहां तक कहा कि अगर मैं शांति से रहता तो शायद मुझे भी कभी पीएम बना देते, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया और दलितों के मुद्दे पर आवाज उठाता रहा। यही वजह रही कि बीजेपी ने मेरा टिकट काट दिया।
दलितों से बीजेपी कितनी नफरत करती है, अगर दलितों को ये पता लग जाए तो एक भी वोट न दें
उदित राज ने अपनी प्लानिंग का जिक्र करते हुए बताया कि राहुल गांधी से मिलकर मैंने कहा है कि मुझे कुछ नहीं चाहिए, मैं सिर्फ प्रचार करूंगा। दलितों से बीजेपी कितनी नफरत करती है ये मैं ही समझ सकता हूं और अगर दलितों को ये पता लग जाए तो एक भी वोट दलित बीजेपी को न दे। उदित राज ने कांग्रेस में आने पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने बीजेपी में रहकर कभी कांग्रेस के खिलाफ कुछ नहीं कहा। आप गूगल कर लीजिए। इसका मतलब मेरा साइलेंट समर्थन कांग्रेस के लिए था। अब उदित राज ने कहा कि उत्तर पश्चिम सीट पर बीजेपी की जमानत जब्त होगी।