भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (Communist Party) शहीद भगत सिंह की याद में किसान आंदोलन के समर्थन में अभियान चलाएगी। उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मंडल की बैठक के बाद पार्टी की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि शहीद भगत सिंह किसानों और मजदूरों का राज स्थापित करना चाहते थे। आज उनके सपनों के साथ विश्वासघात किया जा रहा है।
किसानों की जमीन छीन कर पूंजीपतियों को दी जा रही है
पार्टी के राज्य सचिव हीरालाल यादव का कहना है कि भाजपा के मोदी राज में किसानों और मजदूरों का निर्मम शोषण और उत्पीड़न हो रहा है। भाजपा की मोदी सरकार ने तीन नए कृषि कानूनों और लेबर कानूनों के जरिए किसानों और मजदूरों के जीवन और जीविका पर ही हमला बोल दिया है।
किसानों की जमीन और खेती छीन कर पूंजीपतियों को मुनाफे के लिए देना चाहती है। इसके विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। माकपा प्रदेश के गांव में वर्षा और पद यात्रा के माध्यम से भगत सिंह के विचारों और मोदी सरकार के किसान मजदूर विरोधी नीतियों के बारे में प्रचार अभियान चलाएगी।
उन्होंने कहा कि इस अभियान में वामपंथी और किसान आंदोलन समर्थक सभी राजनीतिक दलों को भी साथ में लेने का प्रयास किया जाएगा।
हड़ताल को माकपा का समर्थन
माकपा (Communist Party) ने निजीकरण और निगमीकरण के खिलाफ 15 और 16 मार्च को बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों की हड़ताल और 17 व 18 मार्च को बीमा कर्मचारियों के विरोध आंदोलन का समर्थन करने का फैसला किया है।