भाजपा की पूर्ववर्ती भारतीय जनसंघ के स्थापना-पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के प्रपौत्र न्यायविद चंद्रशेखर पंडित भुवनेश्वर दयाल उपाध्याय (c s upadhayay) को हरीश रावत (Harish Rawat) द्वारा 4 अगस्त को अपना सलाहकार बनाए जाने से पूर्व प्रधानमंत्री पं. अटल बिहारी वाजपेयी के परिजन बहुत खुश हैं।
श्री वाजपेयी की 3 वर्ष बड़ी बहन श्रीमती कमला दीक्षित की पुत्रवधू एवं उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती निर्मला दीक्षित (Nirmala Dixit) ने इस बाबत हरीश रावत को एक पत्र लिखकर उन्हें थैंक्स कहा है और उन्हें शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। श्रीमती दीक्षित ने हरीश रावत से फोन पर बात भी की।
हरीश रावत को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि इस साहसिक-निर्णय से आपकी राजनीतिक परिपक्वता, सूझ-बूझ एवं दूरदर्शी सोच और पुष्ट हुई है। देश, विशेषकर उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास हेतु आपने वैचारिक-मान्यताओं, प्रतिबद्धताओं, मिथकों के अनावश्यक दुराग्रहों एवं मानसिकता के बजाय एक श्रेष्ठ चयन को वरीयता दी है, इसकी सर्वत्र सराहना की जानी चाहिए।
यहां मामाजी पं. अटल बिहारी वाजपेयी एवं सर्वसम्मानित कांग्रेस नेता पं. नारायण दत्त तिवारी के अलावा प्रख्यात प्रचारक एवं चिंतक नाना जी देशमुख स्मरण आते हैं जो देशहित में दल, व्यक्ति, प्रांत-क्षेत्र और जाति-धर्म से ऊपर उठकर सर्वथा विचार कर उसे कार्य-रूप में परिणित करते थे।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि शीर्ष अदालतों में हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषाओं की प्रतिष्ठा हेतु चंद्रशेखर उपाध्याय के अकथनीय संघर्ष से देश परिचित है। न्यायिक ,विधायी एवं संसदीय कार्य क्षेत्र में उनकी दक्षता एवं विशेषज्ञता का लाभ उत्तराखंड के कई मुख्यमंत्रियों को प्राप्त हुआ है। उन्होंने श्री रावत को शुभकामनाएं देते हुए लिखा है कि भविष्य में इसका लाभ आपको भी प्राप्त हो।