ऑकलैंड। भारत ने ऑकलैंड में मंगलवार को खेले गए पहले टी20 मुकाबले में न्यूजीलैंड को 6 विकेट से हरा दिया है। इस मैच में भारत का शानदार प्रदर्शन रहा और बेहद मुश्किल मैच जीता, लेकिन इस मुकाबले के दौरान एक वाकया ऐसा हुआ। जिसमें न केवल न्यूजीलैंड को 5 रन और मिलते, बल्कि भारतीय टीम की मुश्किल भी बढ़ जाती, लेकिन अंपायरों की चूक के कारण ऐसा नहीं हो सका।
Should that be 5 penalty runs for fake fielding? #NZvIND pic.twitter.com/X6LZ1CPZ3h
— Michael Wagener (@Mykuhl) January 24, 2020
बता दें कि भारत ने एक ओवर शेष रहते हुए 6 विकेट से मैच जीता। न्यूजीलैंड ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 203 रन बनाए। जवाब में भारत ने केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के शानदार अर्द्धशतकों की मदद से 19 ओवर में 4 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। 204 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत के 4 विकेट 142 रनों में गिर गए थे, लेकिन बाद में श्रेयस अय्यर ने मनीष पांडेय को साथ लेकर शानदार बल्लेबाजी की और टीम को जीत दिलाई।
ये था वाकया
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी के दौरान एक वाकया हुआ, जिसमें न्यूजीलैंड को 5 रन पेनल्टी के मिल सकते थे। पारी के 20वें ओवर में जसप्रीत बुमराह की गेंद पर रॉस टेलर ने डीप मिडविकेट की ओर शॉट खेला। यहां टेलर ने दौड़कर एक रन लिया। इसी दौरान मनीष पांडेय से मिलफील्ड हुई, लेकिन उन्होंने फेक थ्रो कर बल्लेबाजों को दूसरा रन लेने से रोका। लेकिन थोड़ा रुककर बल्लेबाजों ने दौड़कर दूसरा रन ले लिया। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। फैंस पूछ रहे हैं कि क्या इस पर न्यूजीलैंड को 5 रन पेनाल्टी के नहीं दिए जाने थे? अंपायर यहां चूक कर गए।
Republic Day : तान्या शेरगिल पुरुषों की परेड का करेंगी नेतृत्व, वर्दी पहनने के बाद हम सिर्फ फौजी
वीडियो में साफ दिखी पांडेय की गलती
दरअसल वीडियो में साफ दिख रहा है कि मनीष पांडेय गेंद मिल फील्ड हुई, बावजूद उन्होंने फेक थ्रो कर ये दिखाने की कोशिश की कि गेंद उनके हाथ में हैं। बता दें कि नियमों के तहत फेक थ्रो करने पर 5 रन पेनल्टी के दिए जाते हैं। यदि अंपायर मनीष पांडेय की इस हरकत को पकड़ लेते तो न्यूजीलैंड को 5 रन पेनल्टी के मिलते। बाद में इससे मैच के परिणाम पर असर हो सकता था। बता दें कि नियम 41.5 के तहत भारत पर ये पेनल्टी लगाई जाती। फेक फील्डिंग के लिए पहली बार ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन पर पेनल्टी लगी थी।