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पुरानी पेंशन योजना व 12 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षकों ने भरी हुंकार

शिक्षकों ने भरी हुंकार

शिक्षकों ने भरी हुंकार

लखनऊ। पुरानी पेंशन बहाली, वित्तहीन मान्यता, माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड को भंग करने का प्रस्ताव वापस करने, व्यावसायिक एवं कंप्यूटर पद पर समायोजन, माध्यमिक शिक्षा परिषद के मूल्यांकन और भत्ते सीबीएससी के बराबर करने आदि मांगों को लेकर पार्क रोड स्थित शिक्षा निदेशक कार्यालय पर दो दिवसीय धरना शुरू हुआ।

शिक्षा निदेशक कार्यालय में शिक्षकों का दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के सैकड़ों की संख्या में धरने में एकत्रित शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए सरकार को चेतवानी दी कि यदि शीघ्रातिशीघ्र समस्याओं का निराकरण कर राजाज्ञा निर्गत नहीं की गई तो संगठन का यह आक्रोश विकराल आंदोलन का रूप ग्रहण कर लेगा। धरने की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवं सदस्य विधान परिषद चेत नारायण सिंह ने की।

संगठन प्रदेश सरकार को मजबूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा : संरक्षक राजबहादुर सिंह चन्देल

संरक्षक राजबहादुर सिंह चन्देल ने शिक्षक साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सरकार से प्रदेश के शिक्षकों को बहुत उम्मीदें थीं, किन्तु यह भी पिछली सरकारों की तरह ही शिक्षकों को सिर्फ बेवकूफ बनाने और अनेकों प्रकार से शिक्षकों का उत्पीड़न करने का काम रही है। श्री सिंह ने कहा कि नवीन पेंशन योजना एक अभिशाप है। इसे तत्काल बंद कराकर पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के लिए हमारा संगठन प्रदेश सरकार को मजबूर करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

विवश होकर संगठन को अपना स्थगित आंदोलन पुनः प्रारम्भ करना पड़ा

प्रदेशीय अध्यक्ष श्री चेतनारायण सिंह ने कहा कि नौ मार्च 2019 को उप मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा से हुई वार्ता में शिक्षक समस्याओं के 09 बिन्दुओं पर सहमति के बाद भी सरकार द्वारा कोई सकारात्मक कदम न उठाने के बाद 29 अगस्त 2019 को अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए वार्ता हेतु विघानसभा घेराव किया गया था। फिर भी सत्ताधारियों के कान पर जूं नहीं रेंगी। जिस कारण विवश होकर संगठन को अपना स्थगित आंदोलन पुनः प्रारम्भ करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक और कर्मचारी भी बीमार पड़ते हैं उन्हें निःशुल्क चिकित्सीय सुविधा प्रदान न करने के पीछे सरकार की क्या मंशा है? उसे सरकार साफ क्यों नहीं करती है?

डाॅ. महेन्द्र नाथ राय ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी से नाराज शिक्षक विगत कई वर्षों से शिक्षक समस्याओं के त्वरित निदान के लिए आंदोलनरत

लखनऊ खण्ड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से उप्रमा शिक्षक संघ के अधिकृत प्रत्याशी एवं प्रदेशीय मंत्री व प्रवक्ता डाॅ. महेन्द्र नाथ राय ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार की वादाखिलाफी से नाराज शिक्षक विगत कई वर्षों से शिक्षक समस्याओं के त्वरित निदान के लिए आंदोलनरत हैं, किन्तु वर्तमान सरकार द्वारा मात्र आश्वासन ही दिया जाता रहा है, जिसे अब संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि वित्तविहीन शिक्षकों को सम्मानजनक मानदेय और पूर्णकालिक शिक्षक का दर्जा देते हुए सेवा नियमावली निर्मित कराना संगठन की प्राथमिकता है। जब तक राजाज्ञा निर्गत नहीं हो जाती तब तक न तो संगठन शांति से बैठेगा और न ही सरकार और उनके आला अफसरों को आराम से बैठने देगा।

धरने में मेरठ निर्वाचन क्षेत्र के प्रत्याशी स्वाराज पाल दुहुन, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व एम.एल.सी. लवकुश कुमार मिश्रा, डाॅ. देवेन्द्र प्रताप सिंह, जगदीश प्रसाद व्यास, जगदीश बाथम, प्रदेशीय मंत्री सुलेखा जैन, शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष मुर्तजा हुसैन सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षक साथी उपस्थित रहे।

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