नसीरुद्दीन शाह ने एक वीडियो में कहा, ‘अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता में वापसी पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है, लेकिन भारतीय मुसलमानों के कुछ वर्गों द्वारा बर्बर लोगों का जश्न कम खतरनाक नहीं है। जो लोग तालिबान के पुनरुत्थान का जश्न मना रहे हैं, उन्हें खुद से सवाल करना चाहिए, क्या वे एक आधुनिक इस्लाम चाहते हैं या शताब्दियों की पुरानी बर्बरता के साथ रहना चाहते हैं।’
नसीरुद्दीन शाह का संदेश हर हिंदुस्तानी तक पहुँचे #Talibans pic.twitter.com/nLp6oLSFVS
— Abhay Dubey (@AbhayDubeyINC) September 1, 2021
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें नसीरुद्दीन शाह कहते दिखाई दे रहे हैं कि अफगानिस्तान में तालिबान का दोबारा हुकूमत पाना पूरी दुनिया भर के लिए चिंता की बात है, इससे कम खतरनाक नहीं है कि हिंदुस्तानी मुसलमानों का उन वहशियों की वापसी पर जश्न मनाना। आज हर हिंदुस्तानी मुसलमान को अपने आप से ये सवाल पूछना चाहिए कि उसे अपने मजहब में सुधार और आधुनिकता चाहिए या वो पिछली सदियों के वहशीपन के साथ रहना चाहते हैं।
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इतना ही नहीं एक्टर ने आगे कहा है कि मैं भी हिंदुस्तानी मुसलमान हूं और जैसा कि मिर्जा गालिब कह गए हैं, मेरा रिश्ता अल्लाह मियां से बेहद बेतकल्लुफ है, मुझे सियासी मजहब को कोई जरूरत नहीं है। ऐसे में हिंदुस्तानी इस्लाम हमेशा दुनिया भर के इस्लाम से अलग रहा है और खुदा वो वक्त न लाए कि वो इतना बदल जाए कि हम उसे पहचान भी न सकें।