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स्वास्थ्य मंत्रालय से बाहर किए जाने के बाद हर्षवर्धन ने कोरोना को लेकर ट्वीट करना किया बंद

केंद्र सरकार द्वारा नए मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने के बाद पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना व स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े ट्वीट करना बंद कर दिया है। पिछले एक हफ्ते में उनके द्वारा किए गए ट्वीट में पीएम मोदी का भाषण व उनकी बैठक से ही जुड़ा रहा, स्वास्थ्य मंत्रालय की ब्रीफिंग को भी उन्होंने तवज्जो नहीं दी।बतौर स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन कोरोना से जुड़ी प्रत्येक बाते शेयर किया करते थे लेकिन पिछले 8 ट्वीट में 5 का सीधा संबंध पीएम मोदी से है।

इसके पहले उन्होंने पीयूष गोयल को राज्यसभा का नेता बनाए जाने को लेकर भी ट्वीट किया, उनके साथ अपने अच्छे संबंध होने की बात कही। वहीं अन्य जिन मंत्रियों को मोदी कैबिनेट से छुट्टी मिली उनकी ट्वीटर सक्रियता एकदम कम हो गई, इसमें प्रकाश जावड़ेकर एवं रवि शंकर प्रसाद भी शामिल हैं।बतौर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री हर्षवर्द्धन कोविड से जुड़े आंकड़े, वैक्सिनेशन आदि को लगातार ट्वीट करते रहते थे। कैबिनेट विस्तार के बाद वे ट्विटर पर लगातार सक्रिय हैं, लेकिन उनके ग‍िने-चुने ट्वीट्स ही ऐसे हैं, ज‍िनका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा संबंध न हो।

15 जुलाई को दोपहर तीन बजे तक हर्षवर्द्धन के अकाउंट से क‍िए गए आठ में से पांच ट्वीट्स प्रधानमंत्री से जुड़े थे। इनमें से ज्‍यादातर नरेंद्र मोदी के बनारस दौरे से जुड़े (लाइव स्‍ट्रीम‍िंंग सह‍ित) ट्वीट थे। एक में उन्‍होंने पीएम मोदी के बयान का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, ‘नई पीढ़ी के युवाओं का कौशल विकास, एक राष्ट्रीय ज़रूरत है, आत्मनिर्भर भारत का बहुत बड़ा आधार है। वर्ल्ड यूथ स्किल्स डे पर PM नरेंद्र मोदी जी का यह संदेश बेहद अर्थपूर्ण है क्योंकि जो स्किल्ड होगा वही विकास करेगा।

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उधर, स्वास्थ्य मंत्रालय का पद संभालने के बाद मनसुख मांडविया मंत्रालय के कामकाज, कोविड और वैक्सिनेशन जैसे मसलों पर लगातार ट्वीट कर रहे हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने ट्वीट किया था, ‘वैक्सीन की उपलब्धता के संदर्भ में मुझे विभिन्न राज्य सरकारों और नेताओं के बयान एवं पत्रों से जानकारी मिली है। तथ्यों के वास्तविक विश्लेषण से इस स्थिति को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है। निरर्थक बयान सिर्फ लोगों में घबराहट पैदा करने के लिए किए जा रहे हैं।’

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