नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव नजदीक आ चूका है और इससे पहले उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन का सिलसिला चालू है। वहीं राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) को कुछ विपक्ष समर्थन देने से पीछे हट रहे है। इसी बीच कांग्रेस (Congress) दो जगह बटी हुई दिखाई दें रही है। राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की तरफ से उम्मीदवार बनाए गए यशवंत सिन्हा का विरोध कांग्रेस के अंदर ही हो रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने एनडीए से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देते हुए कांग्रेस हाईकमान को नसीहत भी दे डाली है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम के ट्वीट से सियासत में हलचल बढ़ गई है। दरअसल, बुधवार की रात को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट कर लिखा कि ‘पंडित मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा शोषित, वंचित और आदिवासियों के साथ खड़ी रही है, राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे विचार से बिलकुल उचित नहीं है, पार्टी हाई कमान को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए।
प.मोतीलाल नेहरु से लेकर आज तक कांग्रेस हमेशा “शोषित” वंचित और “आदिवासियों”
के साथ खड़ी रही है,राष्ट्रपति चुनाव में एक आदिवासी महिला उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू का विरोध करना मेरे “विचार” से बिलकुल उचित नहीं है,पार्टी हाई कमान को इस पर “पुनर्विचार”
करना चाहिये.— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) July 13, 2022
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गौरतलब है कि आज ही 10 जनपथ पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस की मीटिंग से पहले प्रमोद कृष्णम का यह ट्वीट चर्चा का विषय बन गया है।यूपीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का बुधवार को भोपाल कमलनाथ के निवास पर स्वागत किया था। इस पर भी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ये नौबत आ गई अब, किसी कांग्रेसी को ही लड़ा देते।