लखनऊ। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान द्वारा ‘जिज्ञासा’ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘आधुनिक प्रयोगशाला तकनीकों’ पर तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन शुक्रवार को आणुविक विज्ञान के आधुनिक प्रयोगशाला तकनीकी प्रशिक्षण के साथ किया गया।
डॉ. समीर सावंत ने आणुविक विज्ञान की आधुनिक तकनीकों एवं उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी
कार्यशाला के तीसरे दिन केद्रीय विद्यालय, वायु सेना स्टेशन, बक्शी का तालाब एवं गोमती नगर के प्रतिभागी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को संस्थान की आणुविक विज्ञान प्रयोगशाला का भ्रमण कराया गया जहाँ डॉ. समीर सावंत ने आणुविक विज्ञान की आधुनिक तकनीकों एवं उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान बच्चों को डीएनए एवं प्लाज्मिड निष्कर्षण प्रक्रिया व पीसीआर मशीन की क्रियाविधि आदि से रूबरू कराया। इसके साथ साथ छात्र-छात्राओं को प्रयोगशाला में डीएनए एवं प्लाज्मिड की जानकारी के साथ-साथ उनकी जांच की तकनीकों का परिचय देते हुए छात्रों को स्वयं भी कुछ परीक्षणों को करने का अवसर प्रदान किया गया।
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वैज्ञानिक-छात्र संवाद में संस्थान के वैज्ञनिकों ने छात्रों की आणुविक विज्ञान से सम्बंधित जिज्ञासाओं का उत्तर भी दिया
समापन सत्र में एक वैज्ञानिक-छात्र संवाद का भी आयोजन किया गया जिसमे संस्थान के वैज्ञनिकों ने छात्रों की आणुविक विज्ञान से सम्बंधित जिज्ञासाओं का उत्तर भी दिया। कार्यक्रम के नोडल वैज्ञानिक डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने आये हुए छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों का धन्यवाद करते हुए कहा की संस्थान छात्रों में वैज्ञनिक दृष्टिकोण विकसित करने में केंद्रीय विद्यालय के साथ सहयोगी भूमिका निभाने के लिए सदैव तत्पर रहेगा। कार्यशाला का समापन छात्रों को प्रमाणपत्र वितरण के साथ किया गया। इस अवसर पर डॉ. अलोक लहरी, डॉ. बी एन सिंह, डॉ. विनय साहू, हरेन्द्र पाल, डॉ. के के रावत, रजत राज रस्तोगी, भरत लाल मीणा, स्वाति शर्मा आदि मौजूद थे ।