चित्रकूट। उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में आतंक का पर्याय बने साढ़े 5 लाख के इनामी कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को आज सुबह तड़के चित्रकूट जंगलों में यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है। एसटीएफ व दस्यु सरगना गौरी यादव के बीच यह जबरदस्त मुठभेड़ चित्रकूट जनपद के थाना बाहिलपुरवा इलाके के माधा के जंगलों में हुई है। यूपी एसटीएफ को मुठभेड़ स्थल से AK 47 व एक क्लाश निकोव सेमी ऑटोमेटिक रायफल, एक 12 बोर की बंदूक व सैकड़ों कारतूस मिले हैं।
बता दें, कुख्यात डकैत गौरी यादव ने बुंदेलखंड के जंगलों में पिछले 20 साल से दहशत का राज कायम किया था और उसके खिलाफ 60 से ज्यादा मामले दर्ज थे। इसके बाद से ही वह ददुआ और ठोकिया की श्रेणी का डकैत हो गया था। उत्तर प्रदेश में उस पर पांच लाख का इनाम था और मध्य प्रदेश सरकार ने उस पर अलग से 50,000 का इनाम घोषित किया था।
दरअसल, एसटीएफ ने गौरी यादव के उत्तर प्रदेश में छिपे होने की सूचना पर तलाश शुरू की थी। इसके बाद एसटीएफ की टीम की डकैत गौरी यादव गैंग से शनिवार सुबह साढ़े तीन से चार बजे के बीच मुठभेड़ हुई. बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के माधव बांध के पास यह मुठभेड़ हुई. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक डकैत गोरी यादव के पास से एक AK- 47 राइफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया गया है।
दिल्ली पुलिस के दरोगा की कर दी थी हत्या
बता दें कि 16 मई, 2013 में इस कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम बिलहारी गांव के जंगलों में दविश मारने गयी थी। तब दिल्ली पुलिस से मुठभेड़ के दौरान इस कुख्यात दस्यु सरगना ने दिल्ली पुलिस के दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसकी सरकारी रिवाल्वर भी लूट ली थी। गत 2016 में बिलहारी गांव के तीन ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी थी जबकि 2017 में कुलहुआ गाँव के जंगलों में तीन ग्रामीणों को इस कुख्यात दस्यु सरगना ने जिंदा जला दिया था। बताया जा रहा है कि यूपी एमपी के विभिन्न थानों में उस पर 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
2001 में अपराध की दुनियां में रखा था कदम
बताया जा रहा है कि ददुआ, ठोकिया, बलखड़िया, रागिया, बबलू कोल व लवलेश कौल के मारे जाने के बाद से ये दस्यु सरगना गौरी यादव यूपी एमपी पुलिस के लिए एक दशक से चुनौती बना हुआ था। गत 2001 में इस कुख्यात सरगना ने डकैत गोप्पा के साथ अपराध की दुनियां में कदम रखा था। तब से इसकी इलाके में बादशाहत कायम थी।