लखनऊ डेस्क। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तिथि को लेकर इस बार मतभेद हैं। श्रीकृष्ण जन्म के समय (मध्यरात्रि) अष्टमी होगी लेकिन जिस रोहिणी नक्षत्र में जन्म हुआ था, वह शनिवार को रहेगा। त्रि के समय शुभ मुहूर्त में बाल गोपाल श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनेगा।
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आपको बता दें व्रत करने वाले को चाहिए कि उपवास के पहले दिन लघु भोजन करे। रात्रि में जितेन्द्रिय रहे और उपवास के दिन प्रातः स्नान आदि नित्य कर्म करके सूर्य, सोम, यम, काल, संधि, भूत, पवन, दिक्पति, भूमि, आकाश, खेचर, अमर और ब्रह्मा आदि को नमस्कार करके पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुखकर के बैठे।
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जानकारी के मुताबिक रोहिणी नक्षत्र 24 अगस्त को प्रात: 3:48 से 25 अगस्त को प्रात: 4:17 बजे तक रहेगा। श्रीकृष्ण का जन्म रात्रि बारह बजे माना गया है। कृष्ण का जन्म भाद्रपक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार अष्टमी व रोहिणी नक्षत्र का योग अलग-अलग तिथि में है।