सरकार की तरफ से मंत्री सतीश महाना ने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों की दर उत्तर प्रदेश विधानसभा से नहीं तय होती या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमतों कीमत तय की जाती है। रही बात डीजल और पेट्रोल पर टैक्स लेने की तो 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में टैक्स में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।
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डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर प्रश्नकाल के दौरान सतीश महाना एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सदस्य को शायद यह नहीं मालूम कि प्रदेश में अब बिजली की सप्लाई 24 घंटे की जा रही है। प्रदेश का किसान अब खेतों की सिंचाई डीजल से नहीं बल्कि बिजली के ट्यूबवेल से कर रहा है। इसमें उसे डीजल की जरूरत नहीं पड़ती है।
सपा और कांग्रेस (Congress) का वॉकआउट
डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस (Congress) पार्टी ने सदन से वॉकआउट किया। कांग्रेसी (Congress) नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह सरकार महंगाई रोकने में विफल है। प्रदेश में महिलाएं अपना घर चला पाने में खुद को असमर्थ पा रही हैं। महंगाई ने सब को परेशान करके रखा है, इसलिए उनका दल सदन से बहिर्गमन करता है। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सदन से वॉकआउट किया।
बसपा का भी वॉकआउट
वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अनुसूचित जाति के मुद्दे पर सदन से वॉतआउट किया। अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्र एवं छात्राओं को उच्च शिक्षा संस्थानों में निशुल्क प्रवेश दिए जाने के सवाल का जवाब समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने दिया। उनका उत्तर सुनने के बाद नेता विधानमंडल दल बहुजन समाज पार्टी लालजी वर्मा ने कहा कि मंत्री का उत्तर निराधार है. विपक्ष उनके जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट किया।