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बार-बार हो रहे गर्भपात रोकने में मददगार होता है पाउडर

अदरक का सूखा रूप है सोंठ (Soth) । जिस तरह अदरक फायदेमंद होता है। उसकी तरह सोंठ भी फायदेमंद होती है। सभी अपने घर मे अदरक मसाले के रूप मे काम मे लेते है। और जब अदरक सुख जाता है तो सोंठ का भी उपयोग करते है। सोंठ शरीर की वसा को बाहर निकालने मे सहायक है। यह एक औषधी करक दवा की तरह काम करता है। इसके सेवन से शरीर मे रोग होने की सम्भावना कम रहती है।

तो आइये जानते है सोंठ को खाने के उपायों के बारे मे-

>> सोंठ, जायफल को पीसकर तिल के तिल के में डालकर, उसमें भीगी हुई पट्टी जोड़ों पर लगाने से आराम मिल सकता है। इसके अलावा उबले हुए पानी के साथ शहद और अदरक पाउडर को पीने से गठिया में लाभ होता है।

>> यह पाचनक्रिया को दुरूस्त कर वजन कम करने में भी मदद करता है। इसके अलावा यह रक्त में मौजूद शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर, वसा को सक्रिय करता है।

>> यह पसीने को निकालने में सहायक है, जिससे शरीर का तापमान कम हो सकता है और शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे बुखार में भी आराम मिलता है। शहद के साथ इसे खाने से बुखार कम होता है।

>> पेट दर्द, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में इसे पीसकर हींग और सेंधा नमक के साथ लेने से आाम मिलता है। इसके अलावा इसे पानी के साथ उबालकर बार-बार पीने से डायरिया में काफी लाभ मिलता है।

>> सोंठ को दूध में उबालकर, ठंडा करके पीने से हिचकी आना बंद हो जाती है। पसलियों में दर्द होने पर इसे पानी में उबालकर ठंडा कर दिन में कम से कम चार बार पीने से लाभ होता है।

>> सि‍रदर्द, माइग्रेन, गर्दन और शरीर का दर्द होने पर सूखी अदरक और पानी का लेप बनाकर लगाने से आराम मिलता है। इसे सूंघने से छींक आने पर भी सि‍र दर्द को आराम पहुंचाता है।

>> महिलायों मे होने वाले गर्भपात की समस्या को रोकने मे सोंठ का उपयोग फायदेमंद होता है। इसके लिए सोंठ, मुलहठी और देवदारु का दूध के साथ सेवन करना चाहिए।

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