लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सौर ऊर्जा (Solar Energy) को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रयास कर रही है। इसमें नवाचार का भी उपयोग किया जा रहा है, जिसके तहत सोलर साड़ी अभियान (Solar Sarees Campaign) की शुरुआत की गई है। इस अभियान में संस्कृति और सौर ऊर्जा का अनूठा संगम देखने को मिला। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पीएम सूर्य घर योजना के तहत सौर ऊर्जा के महत्व को जन-जन तक पहुंचाना है।
सोलर साड़ियों (Solar Sarees) का अनोखा प्रदर्शन
मऊ और बनारस जनपदों में हाल ही में सोलर साड़ी इवेंट (Solar Saree Event) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सोलर पावर वाली साड़ियों का प्रदर्शन किया गया। ये साड़ियां न केवल फैशन और परंपरा का प्रतीक थीं, बल्कि सौर ऊर्जा के दैनिक जीवन में उपयोग की प्रेरणा भी बनीं। यह पहल सौर ऊर्जा के बढ़ते उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए एक शानदार कदम साबित हुई।
पीएम सूर्य घर योजना (PM Surya Ghar Yojna) का प्रचार-प्रसार
इस पहल के माध्यम से लोगों को पीएम सूर्य घर योजना के बारे में जानकारी दी गई, जिसका उद्देश्य हर घर को सौर ऊर्जा से जोड़ना और मुफ्त बिजली प्रदान करना है।
सौर ऊर्जा पर्यावरण संरक्षण में सहायक और आर्थिक रूप से लोगों के लिए फायदेमंद: एके शर्मा
मऊ और बनारस में पीएम सूर्य घर योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। नागरिकों को उनके छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि वे सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा का लाभ उठा सकें। यह योजना पर्यावरण संरक्षण और ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है।
संस्कृति और तकनीकी विकास का समन्वय
कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि सरकार सौर ऊर्जा को हर घर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इन कार्यक्रमों की सफलता से सौर-शक्ति से संचालित भविष्य की नींव मजबूत हो रही है। सोलर साड़ी इवेंट (Solar Saree Event) ने साबित कर दिया कि संस्कृति और तकनीकी विकास को मिलाकर एक स्थायी और उज्जवल भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकते हैं। भारत स्वच्छ ऊर्जा और सांस्कृतिक समन्वय में एक नई मिसाल कायम कर रहा है।