भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में जेपी नड्डा (JP Nadda) की देश के युवा ब्राह्मण नेता भृगुवंशी पं. आशुतोष पांडेय के साथ अचानक तय की गयी मुलाकात के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में जुलाई बीतने से पहले कुछ बड़ा होने जा रहा है।
अभी 11 जुलाई को ही मोदी के असरदार और विश्वस्त नौकरशाह रहे एवं अब भाजपा के नेता अरविंद कुमार शर्मा (AK Sharma) के जन्मदिन का केट काटते हुए ब्राह्मणों के सबसे बड़े संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष पांडेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 30 जुलाई तक एके शर्मा को उत्तर प्रदेश की बागडोर सौंपने की मांग की थी अन्यथा की स्थिति में संपूर्ण ब्राह्मण समाज द्वारा भाजपा के बहिष्कार की चेतावनी भी दी थी।
12 जुलाई की रात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की तरफ से आशुतोष को भेंट का बुलावा आया। 13 जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे आशुतोष अपनी टीम के साथ नड्डा के पास पहुंचे।
दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत हुई। आशुतोष ने अपनी मां को दोहराया। नड्डा ने इनकार नहीं किया और एके शर्मा वाली बात पर विचार करने को कहा।
यह भी खबर पक्की है कि भाजपा के महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष भी कई रोज पहले आशुतोष पांडेय से लंबी बातचीत कर चुके हैं।
उसमें ब्राह्मण समाज के उचित प्रतिनिधित्व का भी मुद्छा उठा था। संतोष ने युवा ब्राह्मण नेता को उस बातचीत में भरोसा भी दिलाया था।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा ब्राह्मणों का सर्वाधिक प्रभावशाली, शक्तिशाली एवं बड़ी संख्या वाला देश में असर रखने वाला संगठन है।