नई दिल्ली: देश में सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic) के इस्तेमाल पर केंद्र सरकार ने बीती 1 जुलाई से बैन लगा दिया है। सरकार ने यह कदम प्रदूषण से निपटने के लिए उठाया है। अनुमान के मुताबिक देश में हर साल करीब 14 मिलियन टन प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है, जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर कचरा फैल जाता है। भारत में प्लास्टिक ‘वेस्ट पॉल्यूशन’ का सबसे बड़ा स्रोत बन गया है। इससे लोग कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। प्लास्टिक लोगों के स्वास्थ्य के लिए काफी खतरनाक होती है।
प्लास्टिक सदियों तक डीकंपोज नहीं होता है और इससे वॉटर पॉल्यूशन, एयर पॉल्यूशन और सॉइल पॉल्यूशन होता है। बड़ी मात्रा में प्लास्टिक समुद्र में पहुंच जाती है और समुद्र के जीव जंतु प्लास्टिक निगल लेते हैं। इसकी वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियों का शिकार होना पड़ता है। समुद्र से निकाली गई मछलियों और अन्य सीफूड को खाने से प्लास्टिक केेे टुकड़े इंसानों के पेट तक पहुंच सकते हैं।