चंडीगढ़। पंजाब में अपनों के बीच ही घिरी कांग्रेस की मुश्किलें कम होती नज़र नहीं आ रही है। पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर से चरणजीत सिंह चन्नी सरकार पर हमलावर हो गए हैं। चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा सस्ती बिजली करने के फैसले को नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनाव से दो महीने पहले ‘लॉलीपॉप’ करार दिया है। सिद्धू ने लोगों से कहा है कि उन्हें सिर्फ पंजाब की भलाई वालों को ही वोट करना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि सिर्फ पंजाब के कल्याण से जुड़े एजेंडे पर ही मतदान करें।
गौरतलब है कि नवजोत सिंह सिद्धू की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने घरेलू क्षेत्र में बिजली दरों में 3 रुपये प्रति यूनिट की कमी करने और सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की। पंजाब सरकार ने सोमवार को 7 किलोवॉट के लोड तक बिजली दरों में तीन रुपये प्रति यूनिट कटौती करने का एलान किया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने कहा, चुनाव से दो महीने पहले लोगों को लॉलीपॉप दो। सवाल यह है कि सरकार इसे लाएगी कहां से। क्या सिर्फ आपका इरादा सरकार बनाने का है और उसके लिए आप झूठे वादे कर रहे हैं। पंजाब के कल्याण का रास्ता रोडमैप से निकलेगा।
सिद्धू ने कहा कि आपके मन में एक सवाल होना चाहिए कि क्या इरादा केवल सरकार बनाने या झूठ बोलकर सत्ता में आने, 500 वादे करने या राज्य का कल्याण करने का है। उन्होंने कहा कि राजनीति एक पेशा बन गया है और यह अब एक मिशन नहीं है।
सरकार पर लगातार हमला बोल रहे हैं सिद्धू
सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब सरकार पर पांच लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। अगर लोगों को लगता है कि सरकार इस कर्ज को चुका देगी तो यह गलतफहमी है। लोगों के ऊपर भार बढ़ने वाला है। अगर खजाना भरा है तो फिर टीचर्ज की सैलरी 50 हजार रुपये प्रति महीना क्यों नहीं कर दी जाती।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले कई महीनों से राज्य में अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। इससे पहले सिद्धू ने चन्नी सरकार के कुछ फैसलों पर विरोध जताते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। सिद्धू की मांगों को हालांकि चन्नी सरकार ने मान लिया था और उन्होंने अपने पद पर बने रहने का फैसला किया।
राघव चड्ढा ने भी साधा निशाना
वहीं आप पार्टी के पंजाब सह प्रभारी राघव चड्ढा ने प्रेस कांफ्रेस में कहा कि ड्रामेबाज चन्नी साहब पंजाब के लोगों को बरगलाने और उनकी आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं। 4.5 साल कांग्रेस पार्टी ने पंजाब सूबे में पूर्ण बहुमत होने के बावजूद सबसे निकम्मी सरकार चलाई। इस दौरान कांग्रेस के विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री अपने घरों, अपने महलों से बाहर नहीं निकले और जनता का कोई काम नहीं किया।