लखनऊ। उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विश्व के कई अन्य देशों की आस्था का केंद्र भी प्रभु श्री राम ही हैं। ऐसे में, 21 से 25 सितंबर के मध्य ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर व मार्ट में इंटरनेशनल ट्रेड शो (International Trade Show) के आयोजन में भी न केवल इस बात को विशेष तौर पर ध्यान में रखा गया है बल्कि इसे पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ सांस्कृतिक विरासत के तौर पर समूचे विश्व के आगे प्रदर्शित करने की विस्तृत कार्ययोजना पर योगी सरकार (Yogi Government) काम कर रही है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप, यह कार्यक्रम व्यवसायिक अवसरों को विस्तार देने के मंच से बढ़कर विश्व को एक सांस्कृतिक डोर में बांधने का माध्यम भी बनेगा।
दुनिया की आस्था का केंद्र हैं श्रीराम
बात चाहें थाइलैंड की हो, मलेशिया की हो, इंडोनेशिया की हो या फिर बात हो साउथ कोरिया की, इन सभी देशों की आस्था के केंद्र में प्रभु श्री राम रहे हैं। ऐसे में, इंटरनेशनल ट्रेड शो (International Trade Show) में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रभु श्री राम से जुड़े संस्मरणों, लोक कलाओं, गायन व नृत्य नाटिकाओं का मंचन कर उन्हें वैश्विक पटल पर व्यापकता के साथ दर्शाने की कार्ययोजना तैयार कर उसके क्रियान्वयन की तैयारी पूरी कर ली गई है।
अतिथियों की आवभगत से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, सब जगह गूंजेगा राम नाम
इंटरनेशनल ट्रेड शो (International Trade Show) में हिस्सा लेने जो अतिथि विश्व भर से आ रहे हैं उनकी आवभगत के लिए भी योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। कार्ययोजना के अनुरूप, माना जा रहा है कि कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विशिष्ट अतिथियों का स्वागत कल्चरल ग्रुप के आर्टिस्ट्स करेंगे और उनके लोक गीतों प्रभु श्रीराम से जुड़े लोकगीत प्रमुख होंगे। इतना ही नहीं, कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों में भी प्रभु श्रीराम की झलक देखने को मिलेगी।
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इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के इनॉगरल सेशन में एक कल्चरल टैब्ल्यू का प्रेजेंटेशन होगा जिसमें ब्रज, पूर्वांचल, अवध, पश्चिमांचल, रूहेलखंड व बुंदेलखंड के कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। इनमें से 12 कलाकार मंच पर अतिथियों को लेकर आएंगे और उनका स्वागत भी करेंगे। निश्चित तौर पर अवध और बुंदेलखंड के कलाकारों में प्रभु श्रीराम से जुड़े लोक गीतों की प्रमुखता रहेगी। इसके अतिरिक्त, लोक गायन, राम गान और रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका का मंचन भी सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रमों के दौरान किया जाएगा।
संगीत के सुरों से सजेगी सांस्कृतिक संध्या
ट्रेड शो (International Trade Show) के दौरान 5 दिनों में आयोजित होने वाले कुल 6 सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अलग-अलग परफॉर्मेंसेस के आधार पर चिह्नित किया गया है। इस क्रम में कल्चरल टैब्ल्यू के अतिरिक्त स्वर संगम सेशन के दौरान जुगलबंदी और सूफी गायन के जरिए समां बांधा जाएगा। जबकि उत्तर प्रदेश के रंग लोक के संग सेशंस के दौरान अलग-अलग दिनों में रिदम रसरंग, सुगम संगीत, अनुराद म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति, लोक गायन, श्री राधा-माधव नृत्य, राम गान, रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका व गायन प्रस्तुति के जरिए ट्रेड शो में आए लोगों को सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराते हुए मनोरंजन सुलभ कराने की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है।
आध्यात्म के साथ व्यक्तिगत विकास की सूक्ति पर भी होगी चर्चा
इंटरनेशनल ट्रेड शो (International Trade Show) में ईशा फाउंडेशन के फाउंडर व स्पीरिचुअल गुरू सद्गुरू भी एक सेशन में हिस्सा ले सकते हैं। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में वह शिरकत करके इंटरैक्टिव सेशन के माध्यम से न केवल आध्यात्म से जुड़े कुछ गूढ़ विशयों पर चर्चा कर सकते हैं बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक गुणों से संबंधित व्यवहारिक ज्ञान व सूक्ति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सम्मिलित होंगी। वहीं, कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी ट्रेड शो के विभिन्न सेशंस में बतौर चीफ व स्पेशल गेस्ट अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करेंगे।