महाराष्ट्र में सियासी संग्राम जारी है, दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ, भाजपा ने सदन एवं उसके बाहर प्रोटेस्ट किया। भाजपा ने निकाय चुनाव में आरक्षण, मराठा आरक्षण, एमपीएससी परीक्षा के लिए समिति गठित करने एवं विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव को लेकर प्रदर्शन किया। प्रोटेस्ट के दौरान ही भाजपा विधायक सत्ता पक्ष के विधायकों से भिड़ गए और धक्कामुक्की करने लगे, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मार्शल बुलाना पड़ा।
विधानसभा अध्यक्ष भास्कर जाधव ने इससे नाराजगी जताई, संसदीय कार्य मंत्री अनिल परब ने 12 भाजपा विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया। निलंबित विधायकों में पराग अलवानी, राम सतपुते, संजय, आशीष, अभिमन्यु, गिरीश, अतुल, शिरीष, जयकुमार, योगेश, कीर्तिकुमार, नारायण कुचे शामिल हैं।
नवाब मलिक ने बीजेपी विधायकों का नाम लेते हुए कहा कि इन विधायकों ने स्टेज पर जाकर पीठासीन अधिकारियों के साथ धक्का-मुक्की की सदन के अंदर नेता विपक्ष ने स्पीकर का माइक तोड़ा। इसके बाद जब हाउस स्थगित हो गया, तब बीजेपी नेताओं ने स्पीकर के केबिन में जाकर अधिकारियों से 15 मिनट तक धक्का-मुक्की की।
वहीं, बीजेपी विधायकों ने इस निलंबन की कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और सदन से नारेबाजी करते हुए बाहर निकले। बीजेपी ने मॉनसून सत्र से पहले ही विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी थी।