रामपुर। प्रेमी की खातिर परिवार के 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम को फांसी देने की तैयारी चल रही है। इसी बीच रविवार को उसका बेटा ‘ताज’ अपनी मां से मिलने रामपुर जेल आया। ताज के साथ उसके गोद लेने वाले मां बाप भी थे। बावनखेड़ी हत्याकांड में फांसी की सजा हो चुकी शबनम का बेटा रविवार को अपनी मां से मिलने रामपुर जेल पहुंचा।
हाथरस मामला: PFI के दिल्ली दफ्तर पर छापा, रउफ शरीफ के इनपुट पर UP STF की कार्रवाई
परिवार के 7 लोगों की हत्या
झकझोर देने वाली कहानी की किरदार ‘शबनम’ यह ऐसा नाम है, जिसको सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। 2008 में जनपद अमरोहा के बावनखेड़ी में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के खातिर अपने परिवार के 7 लोगों की निर्मम हत्या की थी। इस मामले में शबनम ‘बावनखेड़ी हत्याकांड’ के नाम से जानी जाती हैं और तभी से कैद में है. सबनम को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है.।फिलहाल वह रामपुर जिला कारागार के महिला बैरक में बंद है।
Kisan Andolan : कृषि कानून के विरोध में किसान ने खेतों में खड़ी गेहूं पर चलाया ट्रैक्टर
शबनम को फांसी की सजा
राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज किये जाने के बाद अब कभी भी शबनम को फांसी हो सकती है।शबनम इस वक्त रामपुर के जिला कारागार में बंद है और डेथ वारंट मिलते ही कभी भी वह मथुरा के लिए रवाना हो सकती है। यह रामपुर जिला जेल की महिला बैरक नंबर 14 में है। इसका व्यवहार सामान्य है और कोऑपरेटिव है। महिला बंदियों के साथ में जेल प्रशासन के साथ में हंसना बोलना बात करना उसमें कोई भी असामान्य गतिविधि नहीं है।
शबनम ने अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या को अंजाम देने के बाद लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। जिला सेशन अदालत से फांसी की सजा हुईv हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी फांसी की सजा को बरकरार रखा। 2008 से चल रही इस लंबी कानूनी लड़ाई के बीच शबनम ने अपने उस प्रेमी सलीम से शादी भी कर ली थी और उसका एक बेटा ‘ताज’ भी पैदा हुआ था।दोनों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद शबनम की एक मित्र ने उसके बेटे ताज को गोद ले लिया था। गोद लेने वाले मां-बाप रविवार को ताज को लेकर उसकी मां शबनम से मिलवाने रामपुर जेल पहुंचे।