मुंबई। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों ने निवेशकों को चिंतित कर दिया है। आज सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को शेयर बाजार लाल निशान पर खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 813.07 अंकों (1.64 फीसदी) की भारी गिरावट के साथ 48,778.25 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 245.90 अंक यानी 1.66 फीसदी की गिरावट के साथ 14,589 के स्तर पर खुला। आज 386 शेयरों में तेजी आई, 1181 शेयरों में गिरावट आई, वहीं 76 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। बाजार में बिकवाली बढ़ती नजर आ रही है।
दोपहर 1.40 बजे- सेंसेक्स में 1695.33 अंकों की गिरावट आई। यह 3.42 फीसदी नीचे 47895.99 के स्तर पर है। एनएसई का निफ्टी 520.90 अंक (3.51 फीसदी) लुढ़ककर 14313.95 के स्तर पर है।
दोपहर 12.39 बजे- सेंसेक्स में 1657.71 अंकों की गिरावट आई और यह 3.34 फीसदी नीचे 47933.61 के स्तर पर है। वहीं एनएसई का निफ्टी 497.30 अंक लुढ़ककर 14337.55 के स्तर पर है।
दोपहर 12.13 बजे- सेंसेक्स में 1703.16 अंकों की गिरावट आई। 3.43 फीसदी लुढ़ककर यह 47888.16 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 529.90 अंक (3.57 फीसदी) नीचे 14304.95 के स्तर पर है।
सुबह 11.59 बजे- सेंसेक्स 1634.93 अंक गिरकर 48 हजार के नीचे आ गया है। 3.30 फीसदी नीचे यह 47956.39 पर है। निफ्टी 487.20 अंकों की गिरावट के साथ 14347.65 के स्तर पर है।
सुबह 11.42 बजे- सेंसेक्स में 1520.1 अंकों की भारी गिरावट आई। यह 3.07 फीसदी नीचे 48071.22 के स्तर पर है। वहीं एनएसई का निफ्टी 456.95 अंक लुढ़ककर 14377.90 के स्तर पर है।
सुबह 11.30 बजे- बीएसई के सेंसेक्स में 1470.08 अंकों की भारी गिरावट आई। यह 2.96 फीसदी नीचे 48121.24 के स्तर पर है। वहीं एनएसई का निफ्टी 434.30 अंक (2.93 फीसदी) लुढ़ककर 14400.55 के स्तर पर है।
सुबह 10.20 बजे- बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स में 1300 से ज्यादा अंकों की गिरावट आई। 1328.38 अंक लुढ़ककर यह 48262.38 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 397.35 अंक (2.68 फीसदी) नीचे 14437.50 के स्तर पर है।
सुबह 9.40 बजे- सेंसेक्स 1209.55 अंक गिरकर 48381.77 पर और निफ्टी 377.45 अंक (2.54 फीसदी) नीचे 14457.40 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
बीएसई के बाजार पूंजीकरण में सात लाख करोड़ की भारी कमी
बीएसई (BSE) के बाजार पूंजीकरण में सात लाख करोड़ रुपये की भारी कमी आई है। शुरुआती 15 मिनट में ही बाजार ने पूरी तरह से माहौल बिगाड़ दिया। बीते वित्त वर्ष में बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex Nifty) 20,040.66 अंक या 68 फीसदी चढ़ा है।
बीते सप्ताह बीएसई (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 438.51 अंक या 0.87 फीसदी के नुकसान में रहा। पिछले साल कोरोना की वजह से 23 मार्च को बाजार में भारी गिरावट दिखी थी। तब सेंसेक्स (Sensex Nifty) 25,800 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। हालांकि, बाद में स्थिति में थोड़ा सुधार आने के बाद यह 52000 तक पहुंच गया। लेकिन अब देश में संक्रमितों के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, जिसकी वजह से बाजार में बिकवाली जारी है।
सभी रिकॉर्ड ध्वस्त, 24 घंटे में 1.70 लाख नए कोरोना के मामले
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अपना कहर बरपा रही है। सोमवार को देश में एक दिन में मिलने वाले कोरोना संक्रमण के मामलों के अब तक के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। बीते 24 घंटों में रिकॉर्ड 1.70 लाख नए कोरोना मरीज मिले हैं और 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। देश में नए संक्रमितों के साथ मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। बीते 24 घंटों में 904 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया। यह पिछले छह महीने में एक दिन में जान गंवाने वालों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले पिछले साल 17 अक्तूबर को सबसे ज्यादा 1,032 लोगों की मौत हुई थी।
वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव
शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में तेजी देखने को मिली थी। अमेरिका का डाउ जोंस 0.89 फीसदी की बढ़त के साथ 297.03 अंक ऊपर 33,800.60 पर बंद हुआ था। नैस्डैक 0.51 फीसदी की बढ़त के साथ 70.88 अंक ऊपर 13,900.20 पर बंद हुआ था। इसी तरह फ्रांस और जर्मनी के बाजारों में भी बढ़त रही थी। लेकिन एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट है। हांगकांग का हेंगसेंग इंडेक्स 373 अंक नीचे 28,305 पर बंद हुआ। चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी 24 अंक गिरकर 3,425 पर आ गया। कोरिया के कोस्पी इंडेक्स में मामूली गिरावट रही। यह 3,130 पर बंद हुआ था। ऑस्ट्रेलिया का ऑल ऑर्डनरीज इंडेक्स 37 अंकों की गिरावट के साथ 7,214 पर पहुंच गया। जापान का निक्केई इंडेक्स 172 अंक नीचे 29,596 पर बंद हुआ है।
शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 41 पैसे टूटा
घरेलू शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत और व्यापक आर्थिक आंकड़ों की घोषणा से पहले रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 41 पैसे टूटकर 75 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से नीचे चला गया। कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी, विदेशी कोषों की निकासी, कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी और घरेलू शेयर बाजारों में भारी बिकवाली के चलते घरेलू मुद्रा पर दबाव बना। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 74.97 पर खुला और आगे गिरावट दर्ज करते हुए 75.14 के स्तर पर आ गया, जो पिछले बंद के मुकाबले 41 पैसे की गिरावट को दर्शाता है। रुपया शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 74.73 पर बंद हुआ था।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि चूंकि महामारी की दूसरी लहर अनुमान से अधिक खराब हो रही है, इसलिए अर्थव्यवस्था और बाजारों पर इसके असर को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण महाराष्ट्र में स्थिति सबसे खराब है, जिससे बाजार की लगभग 11 फीसदी जीडीपी वृद्धि और 30 फीसदी से अधिक आय में वृद्धि प्रभावित हो सकती है।
बीते सप्ताह शीर्ष 10 में से चार कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में उछाल
बीते सप्ताह सेंसेक्स (Sensex Nifty) की शीर्ष 10 में से चार कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 1,14,744.44 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे अधिक फायदे में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस रहीं। इनके अतिरिक्त हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड और भारती एयरटेल के बाजार मूल्यांकन में भी बढ़ोतरी हुई। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और भारती एयरटेल का स्थान रहा।
एफपीआई ने अप्रैल में अब तक भारतीय बाजारों से 929 करोड़ रुपये निकाले
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अप्रैल में अब तक भारतीय बाजारों से 929 करोड़ रुपये निकाले हैं। कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ने के बीच आर्थिक पुनरुद्धार प्रभावित होने की आशंका के चलते विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से निकासी कर रहे हैं। इससे पहले मार्च में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 17,304 करोड़ रुपये, फरवरी में 23,663 करोड़ रुपये और जनवरी में 14,649 करोड़ रुपये डाले थे। इस महीने में दक्षिण कोरिया और ताइवान को एफपीआई का निवेश मिला है।
दिग्गज शेयरों का हाल
दिग्गज शेयरों की बात करें, तो आज शुरुआती कारोबार के दौरान इंफोसिस के अतिरिक्त सभी शेयरों में गिरावट आई। शीर्ष गिरावट वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मा, नेस्ले इंडिया, डॉक्टर रेड्डी, टीसीएस, रिलायंस, टेक महिंद्रा, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक, पावर ग्रिड और ओएनजीसी शामिल हैं।
इंफोसिस के शेयर में उछाल
दिग्गज आईटी सेवा कंपनी इंफोसिस ने रविवार को कहा था कि उसका निदेशक मंडल 14 अप्रैल को शेयर पुनर्खरीद प्रस्ताव पर विचार करेगा। इंफोसिस ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि, ‘भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (प्रतिभूति पुनर्खरीद) नियमन, 2018 के अनुरूप कंपनी का निदेशक मंडल 14 अप्रैल, 2021 को होने वाली अपनी बैठक में पूर्ण रूप से चुकता शेयर पूंजी के पुनर्खरीद के लिए प्रस्ताव पर विचार करेगा।’ निदेशक मंडल की बैठक 13-14 अप्रैल, 2021 को होने वाली है। इसमें 31 मार्च, 2021 को समाप्त तिमाही और वित्त वर्ष में कंपनी और उसकी अनुषंगी इकाइयों के वित्तीय परिणाम को मंजूरी और उसे रिकॉर्ड में लिया जाएगा। इसलिए आज इंफोसिस के शेयरों में तेजी है। शुरुआती कारोबार में यह बढ़त के साथ 1,474.00 के स्तर पर खुला था। जबकि पिछले कारोबारी दिन 1441.05 पर बंद हुआ था।
प्री ओपन के दौरान यह था शेयर मार्केट का हाल
प्री ओपन के दौरान सुबह 9.02 बजे सेंसेक्स 296.05 अंक (0.60 फीसदी) नीचे 49295.27 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 175.90 अंक (1.19 फीसदी) नीचे 14659.00 के स्तर पर था।
पिछले कारोबारी दिन गिरावट के साथ खुला था बाजार
पिछले कारोबारी दिन सेंसेक्स 162.52 अंकों (0.33 फीसदी) की गिरावट के साथ 49583.69 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 40.90 अंक यानी 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 14832.90 के स्तर पर खुला था।
शुक्रवार को लाल निशान पर बंद हुआ था शेयर बाजार
शुक्रवार को शेयर बाजार लाल निशान पर बंद हुआ था। सेंसेक्स 154.89 अंक यानी 0.31 फीसदी नीचे 49591.32 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 38.95 अंक यानी 0.26 फीसदी की गिरावट के साथ 14834.85 के स्तर पर बंद हुआ था।
2020-21 में निवेशकों की संपत्ति में 90.82 लाख करोड़ की भारी वृद्धि
घरेलू शेयर बाजार में शेयरों का भाव बढ़ने से निवेशकों की संपत्ति में वित्त वर्ष 2020-21 में 90,82,057.95 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। इस दौरान बीएसई 30 सेंसेक्स में 68 फीसदी की वृद्धि हुई। इस अभूतपूर्व तेजी के दौर में सेंसेक्स 20,040.66 अंक या 68 फीसदी लाभ में रहा। कोविड-19 महामारी की वजह से आर्थिक जगत में विभिन्न व्यवधानों और अनिश्चितताओं के बावजूद स्थानीय शेयर बाजार जबरदस्त तेजी में रहा।