नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला ने भी बड़ा बयान दिया है। नडेला के बयान पर सोशल मीडिया पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आईं है।
सत्या नडेला ने कहा कि मैं भारत में एक बांग्लादेशी अप्रवासी को करोड़ों डॉलर की टेक कंपनी बनाने में मदद करना या इंफोसिस का CEO बनते देखना पसंद करूंगा
बज़फीड न्यूज़ के एडीटर-इन-चीफ बेन स्मिथ ने सत्या नडेला से बात की। अमेरिका के मैनहट्टन में संपादकों के साथ एक मीटिंग में नडेला से इस दौरान नागरिकता संशोधन कानून को लेकर एक सवाल पूछा गया था। इस पर नडेला ने कहा कि भारत में जो हो रहा है, वो बहुत दुखद है। उन्होंने कहा कि मैं देश (भारत) में एक बांग्लादेशी अप्रवासी को करोड़ों डॉलर की टेक कंपनी बनाने में मदद करते देखना या इंफोसिस का CEO बनते देखना पसंद करूंगा।
Asked Microsoft CEO @satyanadella about India's new Citizenship Act. "I think what is happening is sad… It's just bad…. I would love to see a Bangladeshi immigrant who comes to India and creates the next unicorn in India or becomes the next CEO of Infosys" cc @PranavDixit
— Ben Smith (@BuzzFeedBen) January 13, 2020
सरकार और लोग इस बारे में जरूर सोचेंगे, क्योंकि इमिग्रेशन एक बड़ा मुद्दा
सत्या नडेला ने कहा कि हालांकि, मैं ये नहीं कह रहा हूं कि किसी देश को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा, बॉर्डर पर कुछ नहीं करना चाहिए। वहां की सरकार और लोग इस बारे में जरूर सोचेंगे, क्योंकि इमिग्रेशन एक बड़ा मुद्दा है। ये यूरोप और भारत में बड़ी बात है। इसके साथ कौन कैसे डील करता है? ये सोचने वाली बात है।
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नडेला ने आगे कहा कि प्रवास क्या है? प्रवासी कौन हो और अल्पसंख्यक का ग्रुप कौन है? ये ही संवेदनशीलता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि भारत एक लोकतंत्र है, जहां पर लोग उसकी चर्चा कर रहे हैं। यहां कुछ छुपा नहीं है…इस पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए। मैं अपनी बात पर साफ हूं कि हम किन मूल्यों पर खड़े होते थे और मैं किन मूल्यों की बात कर रहा हूं।
रामचंद्र गुहा ने किया नडेला का समर्थन
इस बयान के कुछ घंटों बाद देश के जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने नडेला के विचारों की तारीफ की है। उन्होंने ट्वीट किया कि मुझे खुशी है कि सत्या नडेला ने वह कहा जो उन्हें कहना चाहिए था। मैं चाहता हूं कि हमारे अपने आईटी सेक्टर के बड़े लोग साहस और बुद्धिमानी के साथ इसे सबसे पहले कहने का साहस दिखाएं। या इस पर अभी बोलें। बता दें कि बीते दिनों लखनऊ में CAA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने रामचंद्र गुहा को रोक लिया था।
ऐसे में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया को इस पर सफाई देनी पड़ी है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने बयान में कहा कि हर देश को अपने बॉर्डर, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रवासी पॉलिसी को तय करने का अधिकार है। लोकतंत्र में सरकारें और देश की जनता ऐसे मुद्दों पर बात करके अपना फैसला लेती हैं।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने सत्या नडेला की ओर से दी ये सफाई
इस बयान पर अलग-अलग प्रतिक्रिया आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने सत्या नडेला की ओर से सफाई दी है। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया ने सत्या नडेला का बयान ट्वीट किया है। इसमें लिखा है- ‘हर देश को अपने बॉर्डर, राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रवासी पॉलिसी को तय करने का अधिकार है। लोकतंत्र में सरकारें और देश की जनता ऐसे मुद्दों पर बात करके अपना फैसला लेती है। मैं भारतीय मूल्यों के आधार पर बड़ा हुआ हूं, जो एक विविध संस्कृति वाला भारत था और अमेरिका में भी मेरा प्रवासी अनुभव ऐसा ही रहा है। भारत के लिए मेरी आकांक्षा है कि वहां पर कोई भी प्रवासी आकर एक अच्छा स्टार्ट अप, बड़ी कंपनी की अगुआई करने का सपना देख सके, जिससे भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचे।
Statement from Satya Nadella, CEO, Microsoft pic.twitter.com/lzsqAUHu3I
— Microsoft India (@MicrosoftIndia) January 13, 2020
150 से अधिक भारतीय मूल के पेशेवरों ने पहली बार CAA और NRC के खिलाफ ओपन लेटर लिखा
बता दें कि गूगल, फेसबुक, उबर और अमेजॉन जैसी दिग्गज टेक कंपनियों में कार्यरत 150 से अधिक भारतीय मूल के पेशेवरों ने पहली बार CAA और NRC के खिलाफ ओपन लेटर लिखा है। अपने ओपन लेटर में इन लोगों ने दोनों कानूनों को फासीवादी करार दिया है।
इस ओपन लेटर के जरिए इन पेशेवरों ने सत्या नडेला, अल्फाबेट इंक के सीईओ सुंदर पिचाई समेत दिग्गजों से अपील की है कि वे केंद्र सरकार के इस कदम की सावर्जनिक रूप से निंदा करें।