लखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को कहा कि उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में पहले जिला पंचायत अध्यक्ष और अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा कथित तौर पर सत्ता और धनबल का घोर दुरुपयोग तथा हिंसा की घटनाएं राज्य में सपा के शासन की अनेक यादें ताजा कराती हैं।
1. यूपी पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष व अब ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता व धनबल का घोर दुरुपयोग व हिंसा आदि जो हो रही है वह सपा शासन की ऐसी अनेकों यादें ताजा कराता है। इसीलिए बीएसपी ने इन दोनों अप्रत्यक्ष चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला लिया।
— Mayawati (@Mayawati) July 9, 2021
मायावती ने ट्वीट कर आरोप लगाया, कि उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव में भाजपा द्वारा पहले जिला पंचायत अध्यक्ष व अब ब्लॉक प्रमुख के चुनाव के दौरान भी सत्ता एवं धनबल का घोर दुरुपयोग तथा हिंसा की घटनाएं सपा शासन की अनेक यादें ताजा कराती हैं। इसीलिए बसपा ने इन दोनों चुनावों को नहीं लड़ने का फैसला किया है।
मायावती ने कहा, कि अब जब उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव निकट है तो सपा प्रदेश की भाजपा सरकार के विरूद्ध जुबानी विरोध व आक्रामकता दिखा रही है जो घोर छलावा और अविश्वसनीय हैं, क्योंकि सत्ता के दुरुपयोग व हर कीमत पर चुनाव जीतने के इन्हीं हथकंडों के कारण सपा का पूरा शासनकाल चर्चाओं में रहा। जनता कुछ भी नहीं भूली। बसपा नेता ने कहा, कि साथ ही, बात-बात पर हल्लाबोल के तेवर वाली सपा यहां के गरीबों, किसानों व बेरोजगारों के अधिकारों तथा दलितों, पिछड़ों व मुस्लिम समाज पर लगातार हो रहे अन्याय-अत्याचार व हिंसा आदि पर अब तक निष्क्रिय क्यों रही है? यह भी सोचने की बात है।