रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव अब धीरे-धीरे रोचक होता जा रहा है। बड़े पैमाने पर दलबदल के बाद बागी-विक्षुब्धों की तरफदारी भी जोरों पर है। अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक सर्वाधिक चर्चा में आए बागी मंत्री सरयू राय को अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का साथ मिला है।
It is sad that JP’s then young associate and now most prominent and honest Minister of the BJP government in Jharkhand, Saryu Rai has been denied BJP ticket for no good reason. Now he is an independent candidate against the CM in the imminent election for Assembly.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 22, 2019
अपनी बेबाकी के लिए मशहूर स्वामी ने ट्विटर पर सरयू के समर्थन में भावनात्मक संदेश लिखा। जिसे सरयू राय ने रीट्वीट भी किया है। इससे पहले गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मुनीर नियाजी की एक शायरी ‘जानता हूं एक ऐसे शख्स को मैं भी…’ के जरिये सरयू राय से गहरा जुड़ाव दर्शाते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की थी।
बीजेपी के बागी सरयू राय को शुक्रवार को इस कड़ी में फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी से सपोर्ट मिला। स्वामी ने लिखा कि यह दुखद है कि जेपी आंदोलन के मेरे तत्कालीन युवा सहयोगी और अब झारखंड में भाजपा सरकार के सबसे प्रमुख और ईमानदार मंत्री सरयू राय को बिना किसी सही कारण के भाजपा के टिकट से वंचित कर दिया गया है। ऐसे में सरयू राय विधानसभा चुनाव में सीएम के खिलाफ एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए हैं।
स्वामी का दर्द बता रहा है कि उन्हें सरयू राय को भाजपा का टिकट नहीं मिलने का मलाल है। उन्होंने इसे सही फैसला नहीं बताया है। अपने ट्वीट में स्वामी ने सरयू राय की तरफदारी करते हुए लिखा कि वे ईमानदार और विशिष्ट हैं। उन्हें भाजपा का टिकट न मिलना दुखद है। सरयू का भाजपा से टिकट कटने पर झारखंड के विपक्षी नेता हेमंत सोरेन भी खुलकर उनके समर्थन में खड़े हुए थे।