कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत नहीं हुई है, ऐसा दावा मोदी सरकार ने मानसून सत्र के पहले दिन किया था। सरकार के इस दावे की आलोचना अभी भी जारी है, यूपी के गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित गुरुद्वारे के सदस्य गुरुप्रीत सिंह सरकार की बात पर हैरानी जताई है। गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि कैसे लोग ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे थें और उनकी मदद के लिए ऑक्सीजन का भी लंगर लगाया गया था।
गुरुप्रीत सिंह ने कहा- लोग एक एक सिलेंडर के लिए लाखों खर्च करने को तैयार थें। हमनें मेरठ, लखनउ, कानपुरके लोगों को भी ऑक्सीजन की सेवा दी। उन्होंने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गुरुद्वारे की ओर से 14 हजार लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया था।इंदिरापुरम गुरुद्वारे के प्रधान गुरुप्रीत सिंह (रम्मी) ने अपने साथी जगदीश्वर सिंह (जग्गी) के साथ खालसा हेल्प इंटरनेशनल संस्था की स्थापना की। दोनों लोग इंदिरापुरम के शक्ति खंड – दो के रहने वाले हैं।
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गुरुप्रीत सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में अस्पतालों व होम आइसोलेशन के कोरोना संक्रमितों को ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है तो इंदिरापुरम गुरुद्वारे में ऑक्सीजन लंगर की सेवा शुरू की गई है। बृहस्पतिवार रात 11 बजे पहली बार एक महिला को कार में ही किट के जरिए ऑक्सीजन देकर जान बचाई गई। 24 घंटे लोग ऑक्सीजन के लिए पहुंच रहे हैं। रविवार तक करीब 800 लोगों को ऑक्सीजन देकर उनकी जान बचाई गई। जिनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर 70 से कम हो रहा है उन्हीं लोगों को ऑक्सीजन दी जा रही है। दिल्ली व अन्य स्थानों से संस्था से जुड़े लोग ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की व्यवस्था कर रहे हैं।