बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने समाचार चैनल आज तक से बात करते हुए सरकार पर हमला बोलते हुए केंद्र सरकार की तुलना शेर से की।इंटरव्यू में टिकैत से सवाल किया गया कि पहले आप लोगों को बवाली कहा जाता था कि आप लोग बवाल करते हैं अब मवाली कहा जा रहा है। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा- ये दिल्ली के लोग हैं, चमचमाती कोठियों में रहने वाले लोग हैं। ये जमीन पर नहीं रहते तो उन्हें तो ऐसे ही दिखते हैं।
जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि क्या सरकार थोड़ी नर्म पड़ रही है, क्योंकि सुबह बयान आया और शाम तक माफी मांग ली गई? इसके जवाब में किसान नेता ने कहा- अगर शेर बैठ गया है तो हिरण को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह डर गया। वह दांव जरूर मारेगा। सरकार की चाशनी बहुत मीठी है, लेकिन कोई न कोई चाल जरूर चलेगी।
इंटरव्यू में राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि पहले आप लोगों को बवाली कहा जाता था कि आप लोग बवाल करते हैं। अब आपको मवाली कहा जा रहा है। इसका जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “ये दिल्ली के लोग हैं, चमचमाती कोठियों में रहने वाले लोग हैं। ये जमीन पर नहीं रहते तो उन्हें तो ऐसे ही दिखते हैं।”
राकेश टिकैत ने मीनाक्षी लेखी द्वारा ‘मवाली’ कहे जाने पर रिएक्शन देते हुए आगे कहा, “हमारे घर तो बांस के बने हुए हैं, तो उनके लिए तो हम मवाली ही होंगे। हमने यह पहले ही कहा था कि इन्होंने किसी के कहने से बयान दिया है। ये अपने दिमाग से काम नहीं करते, इनका दिमाग है’क किया हुआ है।”वहीं जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि क्या सरकार थोड़ी नर्म पड़ रही है, क्योंकि सुबह बयान आया और शाम तक माफी मांग ली गई? इसके जवाब में किसान नेता ने कहा, “सरकार की चाशनी बहुत मीठी है, लेकिन कोई न कोई चाल जरूर चलेगी।”
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राकेश टिकैत ने बयान में केंद्र सरकार की तुलना शेर से की और कहा, “अगर शेर बैठ गया है तो हिरण को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह डर गया। बल्कि वह दांव लगा रहा है, क्योंकि अगर बैठ गया तो बच के रहना वह दांव जरूर मारेगा। दिल्ली का शेर अभी चुप है, कोई न कोई हरकत जरूर करेगा।”