प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि आठ जुलाई को ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान महिला प्रत्याशी से बदसलूकी की जाती है और पुलिस खड़ी-खड़ी देखती रहती है। उन्होंने कहा कि जिस अकेले सीओ ने पीड़ितों को बचाने की कोशिश की सरकार ने उसे ही निलंबित कर दिया। बाकी अधिकारी जो खड़े थे उनको कुछ नहीं किया।
यूपी पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि पंचायत चुनाव में जीत पर पीएम मोदी और योगी तारीफ करते हैं, लेकिन उनको यहां की सच्चाई नजर नहीं आती, जबकि घटना के वीडियो सामने आए हैं। दो महिलाओं से बदसलूकी होती है। प्रशासन मौन रहता है। प्रियंका गांधी ने कहा की लगभग हर जिले में कुछ न कुछ हुआ है। कहीं हिंसा हुई है, कहीं बम फूटे हैं और कहीं महिलाओं के साथ ज्यादती हुई है, और प्रधानमंत्री जी पंचायत चुनाव की जीत पर मिठाई बांटते हैं। यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो और क्या है।
प्रियंका गांधी ने पीड़ित से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि वह हर हाल में उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगी। करीब 20 मिनट की मुलाकात में उन्होंने पीड़ित महिला को गले भी लगाया और ब्लॉक प्रमुख चुनाव रद्द करने की मांग की।
लखनऊ में प्रिंयका गांधी समेत 500 कार्यकर्ताओं पर कोविड एक्ट के तहत केस दर्ज
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने लखीमपुर के पंसगवा ब्लॉक के सेमरा घाट पहुंचकर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में अभद्रता का शिकार हुई सपा की महिला उम्मीदवार से मुलाकात की। इस दौरान महिला के परिवारवालों के साथ ही हजारों कांग्रेसी मौजूद रहे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर, आराधना मिश्र मोना, दीपक सिंह सहित सभी प्रमुख नेता मौके पर मौजूद रहे।