संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत से पहले ही भारतीय नेताओं, पत्रकारों और कारोबारियों के फोन हैकिंग का एक बड़ा मुद्दा सामने आया है। अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा दावा किया गया है कि पेगासस सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से भारत के लोगों के फोन हैक किए गए थे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मामले में सरकार पर तंज कस कहा- हमें पता है ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, जो भी आपके फोन में है।
सरकार ने किसी भी तरह की हैकिंग में शामिल होने से इनकार किया है, साथ ही इसे भारत की लोकतंत्र की छवि बिगाड़ने की कोशिश बताया गया। बता दें कि विपक्षी पार्टियों द्वारा लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में इस विषय पर चर्चा की मांग की गई है और स्थगन प्रस्ताव दिया गया है।
विपक्षी पार्टियों द्वारा लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में इस विषय पर चर्चा की मांग की गई है और स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। राज्यसभा में सीपीआई नेता बिनॉय विश्वम, राजद सांसद मनोज झा समेत अन्य कई सांसदों द्वारा इस विषय पर चर्चा की मांग की गई है।
इन नेताओं के अलावा कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर सरकार पर तंज कसा है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमें पता है ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, जो भी आपके फोन में है। विपक्ष के तीखे तेवरों से साफ है कि इस मसले पर सरकार को संसद में सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
दरअसल, बीते दिन दुनिया के अलग-अलग देशों की कई मीडिया एजेंसियों द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें दावा किया गया है कि इजरायली स्पाइवेयर Pegasus की मदद से कई देशों की सरकारें अपने यहां चिन्हित लोगों के फोन हैक कर उनकी जानकारियां हासिल कर रही थीं।
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इसमें भारत का भी नाम है, यहां के कई पत्रकार, विपक्षी नेता, मंत्री और अन्य के फोन हैक किए जाने का दावा किया गया है। इसी खुलासे के बाद से बीते दिन से ही विपक्ष द्वारा सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।