कोरोना संकट के बीच लोकसभा के मानसून सत्र खत्म हो गया, यह पूरा सत्र भारी शोर-शराबे और विवादों के लिए जाना जाएगा। इसबार सदन की कार्यवाही के दौरान एक मीडिया संस्थान से सिर्फ एक पत्रकार को ही अंदर जाकर कवरेज की इजाजत दी गई थी। लेकिन एनडीटीवी को पिछले दो सत्र से एक भी पास नहीं मिला, चैनल के राजनीतिक संपादक सुनील प्रभु ने इसे लेकर आपत्ति जताई।
सुनील प्रभु ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को पत्र लिखकर पूछा है कि आखिर उन्हें पास क्यों नहीं जारी किया जा रहा, इसके पीछे का क्या कारण है। उन्होंने आगे लिखा- अगर मीडिया कवरेज का निर्धारण अधिकारियों के हाथ में होगा तो ये एक खतरनाक प्रवृत्ति को स्थापित करेगा।
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सूत्रों के मुताबिक, दोनों ने कुछ सांसदों के व्यवधान पैदा करने वाले व्यवहार पर चिंता जाहिर की। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि इस तरह के व्यहार को बर्दाश्त ना किया जाए और उचित कदम उठाए जाने की जरूरत है। दोनों ही पीठासीन अधिकारियों ने विचार व्यक्त किया कि चेयर की ओर से बार-बार अपील के बावजूद नियमों और प्रक्रियाओं का के उल्लंघन से देश के सर्वोच्च सदन की गरिमा को नुकसान पहुंचा है और इसे गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक, नायडू और बिरला ने पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच कराने का फैसला किया।