कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है, इस बीच संसद भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसान हाथों में झंडे लिए पार्लियामेंट के गेट के पास नारेबाजी कर रहे थे, जिसके बाद दिल्ली डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने सभी किसानों को पार्लियामेंट थाने ले गई। कई घंटों तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने किसानों पर 65 डीपी एक्ट के तहत कार्रवाई की और फिर उनको छोड़ दिया।
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- शरद पवार ने भारत सरकार को कहा है कि बातचीत होनी चाहिए और समाधान होना चाहिए। टिकैत ने कहा- कुछ किसान पीछे हटें, कुछ सरकार पीछे हटे। बातचीत से इसका समाधान निकले, सरकार को बता माननी चाहिए।
कल ही भारतीय किसान यूनियन ने कहा, ‘भाजपा के कार्यकर्ताओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पर फ्लाईवे के बीच मंच के पास भारी संख्या में इकट्ठे होकर किसी नेता के स्वागत के बहाने ढोल बजाकर आंदोलन विरोधी नारे लगाए, भाकियू कार्यकर्ताओं के मना करने लाठी डंडों से हमला किया, जिसमे किसान घायल हुए हैं।’
वहीं, अगले ट्वीट में भारतीय किसान यूनियन ने कहा, ‘भाजपा अब आंदोलन को हिंसा से तोड़ना चाहती है जिसका उदाहरण आज की गाजीपुर बॉर्डर पर भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा है, सभी किसानों से अनुरोध है इनके बहकावे में ना आएं और अपने आंदोलन को बचाए रखें।’