मुंबई। कोरोना महामारी से बचने के लिए देश के कई अभी लॉकडाउन है। इस महामारी से पूरी दुनिया सदमें है। तो वहीं महाराष्ट्र के पुणे की 85 वर्षीय महिला शांताबाई पवार आजीविका कमाने के लिए सड़कों पर ‘लाठी काठी’ का करतब करती नजर आईं।
85 वर्षीय महिला शांताबाई पवार आजीविका के लिए सड़कों पर ‘लाठी काठी’ का करतब करती नजर आईं
शांताबाई पवार अपने परिवार की आजीविका के लिए लॉकडाउन में शहर की सड़कों पर अपने छड़ी से लड़ने का कौशल दिखा रही हैं। बता दें कि उनके परिवार में अनाथ बच्चे भी शामिल हैं, जिनका वह पालन-पोषण करती हैं। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
#WATCH 85-year-old Shantabai Pawar performs 'Lathi Kathi' on streets of Pune to earn a livelihood.
She says, "I'm doing it since I was 8. My father taught me to work hard. People mostly remain indoors due to #COVID, so I clang utensil to alert them when I perform." #Maharashtra pic.twitter.com/NCI7kcbKxT
— ANI (@ANI) July 24, 2020
85 वर्षीय शांताबाई उन महिलाओं के लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा हैं जो इस समय घरों में बंद हैं
85 वर्षीय शांताबाई उन महिलाओं के लिए एक बहुत बड़ी प्रेरणा हैं जो इस समय घरों में बंद हैं। इस उम्र में और संकट की घड़ी में इस तरह के करतब दिखाना आसान बात नहीं है। इस उम्र तक आते आते तो कई पुरुष भी हौंसला खो देते हैं।
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बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख ने उन्हें माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर ‘योद्धा आजी’ (योद्धा दादी) के रूप में वर्णित किया
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को न केवल तारीफ मिल रही है, बल्कि कई लोग राशन और वित्तीय सहायता देने के लिए आगे आए हैं। बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख ने उन्हें माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर ‘योद्धा आजी’ (योद्धा दादी) के रूप में वर्णित किया है। इसके साथ उन्होंने उनसे संपर्क भी किया है। पवार ने बताया कि उन्होंने 8 साल की उम्र से लाठी चलाने का कौशल सीखना शुरू कर दिया था। इसे प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न स्थानों की यात्रा की, लेकिन लॉकडाउन के चलते सब कुछ रुक गया।
Talent has no limits
pic.twitter.com/qPHb6hnJY2— CP Pune City (@CPPuneCity) July 23, 2020
शांताबाई ने बताया कि लॉकडाउन में दुकान वालों ने उन्हें किराने का सामान देना बंद कर दिया था
शांताबाई ने बताया कि उनके पिता ने उन्हें कड़ी मेहनत करना सिखाया था। ऐसे में वह करतब दिखाने के साथ उन्हें सचेत भी करती हैं। उन्होंने बताया कि दुकान वालों ने उन्हें किराने का सामान देना बंद कर दिया था। एक बड़े परिवार में इतने सारे बच्चे थे जिनका पेट भरना मुश्किल हो रहा था, इसलिए उन्होंने सड़कों पर अपने करतब को दिखाने का फैसला किया, ताकि उनके करतब को देखकर लोग उन्हें पैसे दे सकें। आर्थिक सहायता मिलने से परिवार के सारे सदस्य खुश नजर आ रहे थे।
85 साल की उम्र में भी उनके करतब हैरतअंगेज हैं, जो किसी भी चौंका सकते हैं
बता दें कि इन दिनों सड़कों पर शांताबाई का करतब देखने के लिए काफी भीड़ उमड़ रही है। सभी लोग उनके करतब को काफी पसंद कर रहे हैं। 85 साल की उम्र में भी उनके करतब हैरतअंगेज हैं, जो किसी भी चौंका सकते हैं।