अब सैन्य यूनिट के ऊपर कोई भी ड्रोन या क्वाडकॉप्टर दिखा तो सेना मार गिराएगी। इस संबंध में आरएस पुरा के कुल्लियां स्थित सेना की एक यूनिट ने दीवारों पर चेतावनी पोस्टर भी लगाए। सेना ने यूनिटों में अपने स्तर पर ड्रोन को मार गिराने के लिए विशेष तैनाती की। हर यूनिट में करीब 19 जवानों को विशेष तौर पर आसमानी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है।
चेतावनी में कहा गया है कि सैन्य यूनिट के क्षेत्र में ड्रोन उड़ाना प्रतिबंधित है। यदि कोई ड्रोन उड़ता देखा गया तो उसे मार गिराया जाएगा। इससे पहले भी चेतावनियां जारी की गई थीं। सूत्रों का कहना है कि सेना ने यूनिटों में अपने स्तर पर ड्रोन को मार गिराने के लिए विशेष तैनाती की है। हर एक यूनिट में 17 से 19 जवानों को विशेष तौर पर आसमानी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है। सेना के प्रवक्ता का कहना है कि इसे लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यह एक तरह का नया प्रयास है। हो सकता है कि यूनिट ने अपने स्तर पर कोई निर्णय लिया हो।
वायुसेना स्टेशन जम्मू पर ड्रोन हमला सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन चुका है। एक तरफ जहां स्टेशन के भीतर एंटी ड्रोन सिस्टम तैनात किया गया है तो दूसरी तरफ सेना ने एलओसी पर भी विशेष सिस्टम स्थापित किया है। पिछले 2 सालों में 40 बार पाकिस्तान ने ड्रोन से हथियार, गोला बारूद और ड्रग्स फेंके हैं और एक बार ड्रोन से हमला भी किया। यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है।
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सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान ड्रोन से न सिर्फ सीमा पार हथियार, ड्रग्स और गोला बारूद फेंक रहा है, बल्कि ड्रोन में आधुनिक तकनीक वाले कैमरों की मदद से रेकी भी कर रहा है। इन ड्रोन की मदद से जम्मू-कश्मीर के सीमांत क्षेत्रों की कई तरह की जानकारियां जुटाई जा रही हैं। रेकी के बाद कुछ लोकेशन को सिलेक्ट करके हथियार और ड्रग्स फेंकी जा रही है। यह चिंता का विषय बन गया है।