नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में शुक्रवार को बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को लेकर की गई टिप्पणी पर सफाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने सदन में माफी मांगी है।
BJP MP Pragya Singh Thakur in Lok Sabha: A member of the House referred to me as 'terrorist'. It is an attack on my dignity. No charges against me have been proven in court. pic.twitter.com/lYCAbgJvmD
— ANI (@ANI) November 29, 2019
प्रज्ञा ने लोकसभा में लिखा हुआ बयान पढ़ा। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। वहीं प्रज्ञा की ओर से सफाई देने के बाद भी सदन में हंगामा जारी रहा। सदन में प्रज्ञा ने कहा कि सदन के एक सदस्य ने मुझे ‘आतंकवादी’ बताया। यह मेरी गरिमा पर हमला है। जबकि अदालत में मेरे खिलाफ कोई आरोप साबित नहीं हुआ है।
राहुल गांधी के उस ट्वीट के चलते उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, जिसमें उन्होंने प्रज्ञा को आतंकवादी कहा
प्रज्ञा ने कहा कि बिना दोष सिद्ध हुए मुझे आतंवादी कहना कानून के खिलाफ है। अगर मैंने किसी भावना को आहत किया है तो मैं माफी मांगती हूं। लोकसभा में प्रज्ञा के माफी मांगने के बाद भी कांग्रेस का हंगामा जारी रहा। विपक्षी दल इस दौरान ‘महात्मा गांधी की जय’, ‘डाउन-डाउन गोडसे ‘ के नारे लगाते रहे। हंगामे के बीच बीजेपी सांसदों ने मांग है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस ट्वीट के चलते उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। जिसमें उन्होंने प्रज्ञा को आतंकवादी कहा था।
#WATCH "I apologise If I have hurt any sentiments. My statements being distorted, taken out of context. A member of the House referred to me as 'terrorist' without proof. It is an attack on my dignity," BJP MP Pragya Singh Thakur in Lok Sabha pic.twitter.com/2cYY87uoid
— ANI (@ANI) November 29, 2019
हंगामे के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों को शांत कराते हुए कहा कि ‘न केवल यह राष्ट्र बल्कि दुनिया महात्मा गांधी के सिद्धांतों का अनुसरण करती है। हमें इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। इसलिए मैंने कहा कि टिप्पणी दर्ज नहीं की जाएगी।
इससे पहले भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने गुरुवार को कहा था कि लोकसभा में उनकी विवादित टिप्पणी क्रांतिकारी उधम सिंह के अपमान के खिलाफ की गई थी। उन्होंने कहा कि कभी कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है। उन्होंने अपनी टिप्पणियों के बचाव में ट्वीट किया। उनकी टिप्पणियां महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की प्रशंसा के तौर पर देखी गई जिससे विवाद शुरू हो गया।
भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान संसदीय दल की बैठक में शामिल होने से रोक दिया
विवाद के बाद भाजपा ने प्रज्ञा ठाकुर को संसद के मौजूदा सत्र के दौरान संसदीय दल की बैठक में शामिल होने से रोक दिया। इसके साथ ही रक्षा मामलों की परामर्श समिति से भी हटा दिया है। भोपाल से सांसद ठाकुर ने ट्वीट किया था कि कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बवंडर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने उधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।