उपसभापति हरिवंश और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू की बातों से पता लगा कि वे संसद में होने वाले व्यवधानों से परेशान हैं। नायडू ने कहा कि संसद भवन में कोई काम नहीं हो रहा है; घर से भी कोई काम नहीं हो रहा है ऐसा कैसे चलेगा? राज्यसभा की कार्यवाही लगातार बाधित होने को लेकर नायडू ने सोमवार को सदन में भी कहा था कि हम दिन पर दिन असहाय होते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि पेगासस जासूसी, कृषि कानूनों, महंगाई, बेरोजगारी जैसे विभिन्न मुद्रों पर सदन में लगातार हंगामा होने की वजह से कामकाज नहीं हो पा रहा है। बता दें कि सोमवार को भी हंगामे की वजह से उच्च सदन की कार्यवाही बाधित हुई और शून्यकाल नहीं चल पाया।हंगामा कर रहे सदस्यों को शांत करने का प्रयास कर रहे सभापति ने कहा ‘हम दिन पर दिन असहाय होते जा रहे हैं। ’ उन्होंने कहा कि शून्यकाल और विशेष उल्लेख के जरिये, जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने की अनुमति दी जाती है लेकिन ‘सदन में कामकाज नहीं हो पा रहा है… सदस्यों को अवसर नहीं मिल पा रहा है। ’