नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र मेंगुरुवार को चौथे दिन लोकसभा में कांग्रेस ने सरकार को चुनावी चंदे वाले इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर घेरा है। कांग्रेस ने कहा कि इस बॉन्ड के जरिए बीजेपी को फायदा हुआ है। इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा है। इस मुद्दे को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष काफी हंगामा कर रही है। इसी बीच कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया है।
Congress MP Manish Tewari in Lok Sabha: I want to draw the attention of the House towards electoral bonds. The electoral bond scheme was limited to elections. RTI in 2018 reveled that government overruled Reserve Bank of India on electoral bonds. pic.twitter.com/URRwEqOppc
— ANI (@ANI) November 21, 2019
इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष ने किया वॉक आउट
इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा से वॉक आउट किया। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी सदन में कहा कि सरकार ने जो इलेक्टोरल बॉन्ड जारी किए हैं, उससे सरकारी भ्रष्टाचार को अमीलजामा पहनाया गया है। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के न डोनर का पता है, न कितने पैसे दिए गए यह पता है? जिसको दिया गया है उसकी भी कोई जानकारी नहीं है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर कहा कि जब इलेक्टोरल बॉन्ड पेश किए गए थे। तो हममें से कई लोगों ने इसपर गंभीर आपत्ति जताई थी कि कैसे यह आसानी से अमीर निगमों और व्यक्तियों के लिए अनुचित राजनीतिक दलों, विशेष रूप से सत्तारूढ़ पार्टी को प्रभावित करने का एक तरीका बन सकता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश तथा चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर आरबीआई की आपत्ति पर चर्चा करने की मांग
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश तथा चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर आरबीआई की आपत्ति पर चर्चा करने की मांग कर रहे वाम और कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे की वजह से उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया। सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए।
इसके बाद उन्होंने बताया कि कांग्रेस के मोहम्मद अली खान, बी के हरिप्रसाद और वाम दलों के सदस्यों के के रागेश, इलामारम करीम तथा टी के रंगराजन आदि ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश तथा चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर आरबीआई की आपत्ति चर्चा करने के लिए कार्य स्थगन नोटिस दिए हैं। सभापति ने कहा कि उन्होंने इन नोटिस को स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इन नोटिस की वजह से कार्यस्थगन कर अन्य (मुद्दों) को प्राथमिकता नहीं दी जा सकती।
कांग्रेस सदस्यों ने चुनावी बॉण्ड पर आरबीआई की आपत्ति तथा वाम दलों के सदस्यों ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के विनिवेश पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिए थे। सभापति ने चर्चा की मांग कर रहे सदस्यों से शून्यकाल चलने देने की अपील की और कांग्रेस की विप्लव ठाकुर से उनका शून्यकाल के लिए सूचीबद्ध मुद्दा उठाने को कहा।
इलेक्टोरल ब़ॉन्ड पर सरकार को बनाएंगे जवाबदेह
कांग्रेस की संसदीय रणनीति बैठक को लेकर सूत्रों का कहना है कि हम इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे को इतनी जल्दी खत्म नहीं होने देंगे। हम सरकार को जवाबदेह बनाएंगे। सरकार के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए विपक्षी दलों तक पहुंचकर हम इस पर विस्तृत चर्चा चाहते हैं। यदि सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड पर चर्चा करने की अनुमति नहीं देती तो कांग्रेस सदन से वॉकआउट करेगी। कांग्रेस गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन भी करेगी।
मिट्टी का कलश लेकर संसद पहुंचे मंत्री
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल गुरुवार को जलियांवाला बाग की मिट्टी का कलश लेकर संसद पहुंचे। पीएम मोदी को ये कलश सौपेंगे। बता दें कि 19 नवंबर को राज्यसभा में जलियांवाला बाग नैशनल मेमोरियल (अमेंडमेंट) बिल पास हुआ था।
लोकसभा अध्यक्ष ने दी नसीहत,हाउस के वेल में न आएं
प्रश्नकाल के दौरान नारे लगा रहे कांग्रेस सांसदों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की नसीहत देते हुए कहा कि हमारा दायित्व है कि सदन की गरिमा को बनाए रखें। कृपया सदन के वेल में ना आएं। मैंने बहस और चर्चा का हमेशा मौका दिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने विपक्षी सांसदों के प्रश्नकाल के दौरान सदन में नारेबाजी करने को लेकर कहा कि सदन की गरिमा को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। कृपया हाउस के वेल में न आएं। मैंने हमेशा चर्चा और बहस के लिए सभी को मौका दिया है।