कर्नाटक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा कि समाज में कार्यरत सामाजिक, धार्मिक संगठनों को साथ लेकर समाज व्यापी, राष्ट्र व्यापी सामाजिक शक्ति खड़ी करना ही संघ का लक्ष्य है। संघ समाज की सामूहिक शक्ति के जागरण का कार्य कर रहा है। देश समाज के लिए कार्य करने वाले समान विचार के समस्त लोगों, संगठनों को साथ जोड़ना, इस दिशा में भी संघ प्रयास कर रहा है।
बता दें, दो दिवसीय बैठक के दौरान आरएसएस का नया सरकार्यवाह (महासचिव) चुना जाएगा. उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि सुरेश भैय्याजी जोशी को एक और कार्यकाल मिलेगा नहीं। RSS प्रमुख मोहन भागवत बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
जनसेवा विद्या केंद्र, चन्ननहल्ली बेंगलुरु में 19 और 20 मार्च को होने वाली अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह सभा संघ की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई है. निर्णय प्रतिनिधि सभा में ही लिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि 19 मार्च सुबह बैठक शुरू होगी, पहला सत्र 8.30 से प्रारंभ होगा. 9 बजे प्रेस वार्ता होगी। सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य प्रेस वार्ता में प्रस्तावों के संबंध में जानकारी देंगे। हर तीन साल में सरकार्यवाह का चुनाव होता है, 20 मार्च को दूसरे सत्र में सरकार्यवाह के चुनाव की प्रक्रिया पूरी होगी।
उन्होंने कहा कि संघ ने अपने कार्य के लिए 60 हजार मंडल, 60 हजार बस्ती बनाई हैं। इनमें से लगभग 65 हजार स्थानों पर संघ की पहुंच है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष भी प्रतिनिधि सभा बेंगलुरु में होनी थी, लेकिन परिस्थितियां बदलीं। कोरोना के कारण स्थगित करने का निर्णय लिया गया। इस बार निश्चित हुआ कि बेंगलुरु में ही प्रतिनिधि सभा की जाए।
प्रतिनिधि सभा में 1500 लोगों के आने की उम्मीद है, लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए सिर्फ 450 लोगों को ही बुलाया गया है। साथ ही तीन दिन के स्थान पर दो दिन की बैठक रखी गई है। उन्होंने कहा कि संघ कार्य के लिए 44 प्रांत बनाए हैं। इन प्रांतों के निर्वाचित प्रतिनिधि व अन्य लगभग 1000 लोग 44 स्थानों से ऑनलाइन माध्यम से बैठक में जुड़ेंगे।