नई दिल्ली। विश्व स्तर पर वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक ट्रायल में ये सामने आया है कि हड्डियों Achondroplasia एक अनुवांशिक बीमारी है । दुनिया में बौनापन एक आम बीमारी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि achondroplasia विकास दर को बढ़ा सकती है। दि न्यू इंग्लैंड जर्नल्स में छपे इस अध्ययन के मुताबिक ये दवाई जिसका नाम vosoritide है का टेस्ट पांच से 14 वर्ष के बच्चों पर किया गया।
शोधकर्ताओं के अनुसार एक सिग्नल की अधिकता की वजह से होती है जो कि हमारे विकास को रोकता है इसे एक पौधे में ज्यादा पानी देने की तरह समझा जा सकता है। रवि सावरि नारायण ने बताया ये दवाई उस गांठ को मारती है जिससे कि पौधे को नियमित तौर पर पानी मिल सके और फिर से उसका विकास हो सके।
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Achondroplasia हड्डी की एक अनुवांशिक बीमारी है जो कि हर 25,000 शिशुओं में से एक बच्चे को होती है। ये FGFR3 gene में परिवर्तन की वजह से होती है जो कि अंगों, रीढ़ और खोपड़ी के आधार में हड्डी के विकास को बाधित करता है।
इस बीमारी से पीड़ित बच्चों में सबसे आम समस्या है रीढ़ की हड्डी का छोटा सिकुड़ना, उसका वक्र आकार में होना और पैरों का झुका हुआ होना। इनमें से लगभग आधे बच्चों को रीढ़ की हड्डी या फिर दूसरी सर्जरी की जरूरत होती है। इसमें बच्चों के स्कूल का बहुत सा समय लग जाएगा।
ये अध्ययन 4 सालों तक आस्ट्रेलिया, फ्रांस, यूके और यूएस के शहरों में चला जिसमें 35 बच्चों को 4 में से किसी एक समूह में शामिल किया गया। हर दिन के साथ दवा की मात्रा को उनमें बढ़ाया गया। शोधकर्ता जूली हूवर ने कहा कि इससे बच्चों के कद में वृद्धि 6 सेंटीमीटर था जो कि औसत कद वाले बच्चों में वृद्धि के बराबर था। उन्होंने ये भी बताया कि इसके साइड इफैक्ट बहुत कम थे। इसके संभावित फायदों का पता लगाने में अभी और समय लगेगा।
इस दवाई को रोगियों ने अच्छी तरह से सहन किया, और इससे पहले के 6 महीनों में लंबाई में वृद्धि भी हुई और आगे के तीन सालों में भी इस अध्ययन में सुधार देखा गया। औसतन दवाई लेने वालों का विकास ना लेने वालों की तुलना में बिना किसी बुरे असर के 50 प्रतिशत तेजी से बढ़ा।