नई दिल्ली। एक वैश्विक शोध के मुताबिक जिन लोगों में आयरन का उच्च स्तर होता है। वह एनीमिया की बीमारी से तो बचें ही रहते हैं। इसके साथ उनमें उच्च कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना भी कम होती है। लंदन के एक शोधकर्ताओं ने भी पाया कि शरीर में आयरन की बहुत अधिक मात्रा बैक्टीरिया से होने वाले त्वचा के संक्रमण को खतरे को बढ़ा सकती है।
यूके बायोबैंक में पांच लाख लोगों से मिले आंकड़ों का इस्तेमाल किया
पोल्स मेडसिन नाम के जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में 900 बीमारियों में आयरन की भूमिका देखी गई, जिसमें शोधकर्ताओं ने कम और ज्यादा दोनों मात्रा में आयरन के प्रभाव का खुलासा किया। इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने यूके बायोबैंक में पांच लाख लोगों से मिले आंकड़ों का इस्तेमाल किया और देखा कि आयरन के स्तर का स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है।
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पूरी दुनिया में लगभग 120 करोड़ लोग एनीमिया के साथ जी रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य से संबंधित हो सकती हैं गंभीर परेशानियां
शोधकर्ताओं ने कहा कि इस बात के दस्तावेज भी मौजूद हैं कि पूरी दुनिया में लगभग 120 करोड़ लोग एनीमिया के साथ जी रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य से संबंधित गंभीर परेशानियां हो सकती हैं अगर इसका इलाज ना किया जाए। शोधकर्ता ने कहा कि अनुसार व्यक्तियों में आयरन के स्तर में 25 से 65 प्रतिशत अंतर आनुवांशिक कारणों से होता है।
आयरन की अतिरिक्त मात्रा और उच्च कोलेस्ट्रॉल के कम स्तर के बीच एक संबंध
शोधकर्ता ने कहा कि हमने इस शोध के नतीजों में पाया कि आयरन की अतिरिक्त मात्रा और उच्च कोलेस्ट्रॉल के कम स्तर के बीच एक संबंध है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोलेस्ट्रॉल का बढ़ता स्तर दिल और स्ट्रोक की बीमारी का एक प्रमुख कारण है और इसकी वजह से हर साल 26 लाख लोग हर साल अपनी जान गंवाते हैं।
बैक्टीरिया को जिंदा रहने और फलने-फूलने के लिए आयरन की जरूरत
इससे पहले हुए शोधों में भी ये पाया गया है कि बैक्टीरिया को जिंदा रहने और फलने-फूलने के लिए आयरन की जरूरत होती है लेकिन ये ऐसा पहला शोध है जिसमें इतने बड़े आंकड़ों का इस्तेमाल किया गया है। Cellulitis से हर साल 2.1 करोड़ लोग प्रभावित होते हैं जबकि 17,000 लोग अपनी जान गंवाते हैं जो कि इसे एक वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता बना रहा है।