टेक डेस्क। भारत में तेजी से उभर रही टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो में 2 से 3 बिलियन डॉलर का निवेश करने पर विचार कर रहा है। दरअसल मुकेश अंबानी कंपनी में हिस्सेदारी बेचकर कंपनी का कर्ज कम करना चाहते हैं। इसके लिए यह सर्विसेज के दाम बढ़ा सकती है। जियो द्वारा कीमत बढ़ाने की संभावना पिछले छह से नौ महीनों की तुलना में कहीं ज्यादा है।
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आपको बता दें सऊदी अरब की अरामको अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के रिफाइनिंग एवं पेट्रोकेमिकल कारोबार में 10-15 अरब डॉलर में 25 फीसद की हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। इसलिए जियो को भी रणनीति बदलनी पड़ेगी। वोडाफोन-आइडिया व एयरटेल राइट इश्यू से 25-25 हजार करोड़ जुटाने में लगी हैं।
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जानकारी के मुताबिक फिलहाल सॉफ्टबैंक का ‘विजन फंड’ जियो इंफोकॉम में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर ड्यू डेलिजेंस कर रहा है। जियो को सितंबर 2016 में लॉन्च किया गया था। यह कंपनी मात्र दो वर्ष के भीतर देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई।वोडाफोन-आइडिया व एयरटेल राइट इश्यू से 25-25 हजार करोड़ जुटाने में लगी हैं। वे इस रकम का इस्तेमाल जियो से मुकाबला करने में करेंगी।