उत्तर प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड करीब चार दशक बाद शिक्षकों की इतनी बड़ी भर्ती कर रहा है। जानकारों के अनुसार, अपनी स्थापना के बाद पहली बार चयन बोर्ड इतने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की भर्ती करने जा रहा है। इससे पहले 2016 में टीजीटी के 7950 और पीजीटी (PGT Teachers) के 1344 कुल 9294 पदों पर भर्ती शुरू हुई थी। हालांकि अंतिम चयन परिणाम जारी होने तक यह संख्या और कम हो गई थी।
कुल वैकेंसी- पुरुष- 11195, महिला- 1408
हिंदी – पुरुष- 1742, महिला- 214
गणित- पुरुष- 1822, महिला- 167
गृह विज्ञान- पुरुष- 611, महिला- 160
उर्दू- पुरुष- 65, महिला- 12
अंग्रेजी- पुरुष- 1587, महिला- 196
कला- पुरुष- 710, महिला- 103
सामाजिक विज्ञान- पुरुष- 1392, महिला- 186
सिलाई- पुरुष- 19, महिला- 04
संस्कृत- पुरुष- 938, महिला- 97
विज्ञान- पुरुष- 792, महिला- 106
जीव विज्ञान- पुरुष- 693, महिला- 42
कॉमर्स- पुरुष- 127, महिला- 08
कृषि विज्ञान- पुरुष- 184, महिला- 01
शारीरिक शिक्षा- पुरुष- 497, महिला- 48
संगीत वादन- पुरुष- 06, महिला-14
संगीत गायन- पुरुष- 10, महिला- 50
पीजीटी शिक्षकों की विषय के अनुसार वैकेंसी
कुल पद- पुरुष- 2281, महिला- 314
हिंदी- पुरुष- 363, महिला- 47
गणित- पुरुष- 98, महिला- 01
गृह विज्ञान- पुरुष- 02, महिला- 11
अर्थशास्त्र- पुरुष- 143, महिला- 28
इतिहास- पुरुष- 68, महिला- 22
अंग्रेजी- पुरुष- 269, महिला- 28
कला- पुरुष- 49, महिला- 27
नागरिक शास्त्र- पुरुष- 153, महिला- 30
भूगोल- पुरुष- 250, महिला- 08
मनोविज्ञान- पुरुष- 35, महिला- 12
शिक्षा शास्त्र- पुरुष- 25, महिला- 05
समाजशास्त्र- पुरुष- 67, महिला- 11
संस्कृत- पुरुष- 232, महिला- 34
जीव विज्ञान- पुरुष- 108, महिला- 06
भौतिक विज्ञान- पुरुष- 148, महिला- 10
रसायन विज्ञान- पुरुष- 160, महिला- 11
शारीरिक शिक्षा- पुरुष- 11, महिला- 02
कॉमर्स- पुरुष- 45
कृषि- पुरुष- 38
सैन्य विज्ञान- पुरुष- 10
तर्कशास्त्र- पुरुष- 07
संगीत गायन- महिला-09
संगीत वादन- महिला- 12
साढ़े तीन महीने में भर्ती पूरी करना बड़ी चुनौती
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के सामने इस भर्ती प्रक्रिया महज साढ़े तीन महीने में पूरी करने की बड़ी चुनौती है। दरअसल, संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जुलाई 2021 से पहले भर्ती पूरी करने के आदेश दिए हैं। बता दें कि विधिक अड़चनों के कारण टीजीटी-पीजीटी 2020 का विज्ञापन 18 नवंबर को निरस्त हुआ था। दो दिन कम पूरे चार महीने संशोधित विज्ञापन जारी करने में लग गए। बचे हुए साढ़े तीन महीने में से एक महीने आवेदन में ही चले जाएंगे। उसके बाद ढ़ाई महीने में केंद्र निर्धारण करते हुए परीक्षा कराना और परिणाम देना कठिन काम होगा।