मुंबई: महाविकास अघाड़ी सरकार चला रही शिवसेना (Shiv Sena) सबसे बड़े संकट से उलझी हुई है। पार्टी में दो-खंडो में बटने ही वाली हैं। एकनाथ शिंदे की अगुआई में विधायकों ने बगावत का झंडा बुलंद दिखाई दें रहा है। शिवसेना (Shiv Sena) सांसदों का एक दल सक्रिय हो गया है। इन सांसदों ने एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बेटे श्रीकांत शिंदे के जरिए संपर्क किया है। ये भी कहा है कि कई दौर की बातचीत हो चुकी है।
गुवाहाटी में इस वक्त एकनाथ शिंदे और बागी विधायक मौजूद हैं, वहीं श्रीकांत शिंदे ने ठाणे में मोर्चा संभाला है। सोमवार को उनकी अगुआई में शिंदे समर्थकों ने ठाणे के शिवसेना मुख्यालय पर शक्ति प्रदर्शन भी किया था। अब उन्हीं के जरिए शिवसेना के सांसद शिंदे के तीखे तेवरों को शांत करने की उम्मीद लगा रहे हैं। दावा है कि पार्टी को एकजुट रखने का हवाला देते हुए श्रीकांत शिंदे से कई दौर की बातचीत हो चुकी है। शिवसेना के इस वक्त लोकसभा में 19 और राज्यसभा में 3 सांसद हैं। श्रीकांत शिंदे खुद कल्याण से सांसद हैं। ऐसे में पार्टी के 5 सांसदों का एक दल श्रीकांत के जरिए एकनाथ शिंदे को मनाने की मुहिम में जुटा हुआ है।
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मुंबई और ठाणे की सड़कों पर शिवसैनिकों के बीच आपसी भिड़ंत न हो, अगर शिंदे समर्थक और उद्धव समर्थक शिवसैनिक आमने-सामने आते हैं, तो पुलिस कार्रवाई करेगी और नुकसान शिवसेना का ही होगा। शिवसेना में सुलह की कोशिशों में जुटे सांसदों के इस दल को उम्मीद है कि इस काम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार मदद कर सकते हैं।